Adani Business Deal : अडानी ने खरीदा इजराइल का एतिहासिक पोर्ट, इन शेयरों में तगड़ी बढ़ोतरी
HR Breaking News : नई दिल्ली : गौतम अडानी ने गुरुवार देर एक Tweet में इसकी जानकारी दी और खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा, ''अपने सहयोगी गैडोट के साथ इजराइल में हाइफ़ा बंदरगाह के निजीकरण के लिए बोली जीतकर खुशी हुई।
एशिया के सबसे अमीर बिजनेमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) का दबदबा भारत ही नहीं दुनियाभर में बढ़ता जा रहा है। दरअसल, गौतम अडानी के हाथ एक और बड़ी डील लगी है। अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) ने इजराइल (Israel) के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक हाइफा पोर्ट (Haifa Port) को खरीदने के लिए बोली जीत ली है।
जी हां..अडानी की कंपनी अब इजराइल के प्रमुख कारोबार को टेकओवर करने जा रही है। इसकी जानकारी खुद इजरायल सरकार दी है। साथ ही गौतम अडानी ने भी सोशल मीडिया पर एक Post के जरिए इसकी जानकारी दी है। बता दें कि इस खबर के बाद आज शुक्रवार को अडानी पोर्ट्स के शेयरों (Adnai ports share) में तेजी है। शुरुआती कारोबार में यह शेयर 727.50 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
ये खबर भी पढ़ें : खुशखबरी ! पेट्रोल, डीजल के दामों में जबरदस्त गिरावट, चेक करें आज के रेट
1.18 बिलियन डॉलर में Final हुई डील
इजराइल ने गुरुवार को कहा कि वह अपने प्रमुख कारोबार हाइफ़ा पोर्ट को अडानी ग्रुप को बेचेगा। बयान के मुताबिक, यह डील 4.1 बिलियन शेकेल (1.18 बिलियन डॉलर) लगभग 9500 करोड़ रुपये में हुई है। इजराइल के बयान के मुताबिक, यह कारोबार 4.1 बिलियन शेकेल में अडानी पोर्ट्स ऑफ इंडिया और लोकल केमिक्ल और logistic ग्रुप गैडोट को बेचेगा। यानी अडानी ने अपने पार्टनर गैडोट के साथ मिलकर यह डील पूरी है। बता दें कि हाइफ़ा भूमाध्यसागर तट पर स्थित इजराइल के सबसे बड़े पोर्ट्स में से एक है। इजराइल सरकार ने इस पोर्ट के privatization के लिए दुनियाभर की कंपनियों से बोली मंगवाई थी।
ये खबर भी पढ़ें : Last date से पहले भर दें ITR, मिलेंगे ये जबरदस्त फायदे
अडानी के पास होगी 70% हिस्सेदारी, बाकी 30 प्रतिशत गैडोट के पास रहेगी
उद्योग के एक अधिकारी के अनुसार, अडानी के पास 70% हिस्सेदारी होगी और बाकी के 30% हिस्सेदारी गैडोट के पास होगी। Haifa Port ने कहा कि नया ग्रुप साल 2054 तक उसका कार्यभार संभालेगा।
गौतम अडानी का ट्वीट
इजराइल सरकार के ऐलान के बाद गौतम अडानी ने देर रात गौतम अडानी ने गुरुवार देर एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी और खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा, ''अपने सहयोगी गैडोट के साथ इजराइल में हाइफ़ा बंदरगाह के निजीकरण के लिए बोली जीतकर खुशी हुई। यह दोनों देशों के लिए बेहद शानदार और ऐतिहासिक महत्व रखता है। हाइफ़ा का हिस्सा बनकर गर्व हो रहा है, जहां भारतीयों ने साल 1918 में नेतृत्व किया और सैन्य इतिहास में सबसे बड़ी कैवेलरी चार्जेज में से एक की अगुवाई की।'' बता दें कि अडानी पोर्ट्स की जिम्मेदारी gautam adani के बेटे करण अडानी संभाल रहे हैं।
इजराइल के वित्त मंत्री की Statement
इजराइल के वित्त मंत्री एविगडोर लिबरमैन ने कहा, "हाइफ़ा पोर्ट के प्राइवेटाइजेशन से बंदरगाहों पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और जीवन यापन की लागत कम होगी। इज़राइल को उम्मीद है कि आयात की कीमतों में कमी आएगी और इजरायल के बंदरगाहों पर कुख्यात लंबे प्रतीक्षा समय को कम करने में मदद मिलेगी।