Rupee vs Dollar : सरकार के इस कदम से डॉलर के मुकाबले रूपया होगा मजबूत, देश को होगा काफी फायदा
HR Breaking News, New Delhi : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में आरबीआइ ने स्थानीय बैंकों से विदेशों में नॉन-डिलीवरेबल सेगमेंट (NDF Segment) में अतिरिक्त पोजीशन नहीं बनाने को कहा है। इससे डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये पर अधिक दबाव बन रहा है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स से एक बैंकर ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि बैंकों की ओर से एनडीएफ मार्केट अतिरिक्त पोजीशन बनाने के चलते आरबीआइ को डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट को संभालने के लिए अधिक विदेशी मुद्रा भंडार खर्च करना पड़ रहा है।
RBI ने दिया था NDF मार्केट में ट्रेड करने का आदेश
ये आदेश RBI की ओर से बैंकों को एक अनौपचारिक संवाद में दिया गया है। बता दें, इससे पहले जून 2020 में एक रिसर्च के बाद RBI ने विदेशी बैंकों के कब्जे वाले एनडीएफ मार्केट में ट्रेड करने के लिए स्थानीय बैंकों को कहा था। इसमें ट्रेड करने से RBI को NDF मार्किट में अधिक नियंत्रण मिलता है।
रुपये में हो रही गिरावट
भारतीय बैंकों के NDF मार्केट में ट्रेड करने के कारण डॉलर की मांग अधिक बढ़ जाती है और डॉलर के मुकाबले रुपये में उठापठक में भी इजाफा होता है। इसके कारण डॉलर के मुकाबले रुपये पर दबाव आता है।
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट
रूस -यूक्रेन युद्ध और अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने के कारण डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में पिछले कुछ महीनों में काफी तेज गिरावट देखने को मिली है। डॉलर की मजबूती बताने वाला डॉलर इंडेक्स करीब 20 सालों की ऊंचाई 113 पर चल रहा है। इस कारण 2022 की शुरुआत से लेकर अब तक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया करीब 10 फीसदी गिरकर 82.30 के स्तर पर है।