Supertech ने कर्जा चुकाने के लिए किया बड़ा फैसला, पाई पाई का होगा हिसाब

Supertech Property Sale : Supertech ने अपना कर्जा (loan) चुकता करने के लिए अहम निर्णय लिया है। ये निर्णय कर्ज चुकाने के साथ साथ अपने अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए लिया गया है।
 

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)।   रियल एस्टेट सेक्टर (real estate sector) की कंपनी सुपरटेक (Supertech Company) ने अपने कर्ज चुकता करने के लिए बड़ा फैसला किया है । आज कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार कंपनी ने मेरठ और हरिद्वार में स्थित 1000 करोड़ रुपए की संपत्तियों को बेचने का निर्णय लिया है। इन पैसों की मदद से कंपनी मौजूदा अपने प्रोजेक्ट को पूरा कर सकेगी और साथ ही कर्ज भी घटेगा। 

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कंपनी बेचगी ये संपत्तियां (Supertech Company properties sale)


Supertech कंपनी के पास मेरठ में एक होटल (hotel) और एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स (shopping complex) है। हरिद्वार में भी कंपनी के पास एक होटल और एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया हुआ है। कंपनी की ओर से कुछ वर्ष पहले भी इसे बेचने की योजना बनाई गई थी परंतु कोरोना के कारण और मंदी होने के चलते सुपरटेक अपनी प्रोपर्टी को नहीं बेचा। अब एक बार फिर से सुपरटेक ने इन संपत्तियों को बेचने का ऐलान कर दिया है।

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कंपनी के प्रोजेक्ट को किया गया था दिवालिया घोषित


10 जून को एनसीएलटी (National Company Law Appellate Tribunal) ने सुपरटेक के ग्रेटर नोएडा वेस्ट के प्रोजेक्ट इको विलेज 2 (Eco Village 2) के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चलाने का आदेश जारी किया था। इसके साथ ही इस प्रोजेक्ट (supertech project) के लिए लेनदारों की एक समिति का गठन करने के लिए कहा गया था। एनसीईआरटी (NCERT) के इस आदेश के बाद सुपरटेक ने बयान जारी किया था। कंपनी की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि कंपनी बड़े स्तर पर अपने सभी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए संचालन फिर से शुरू करने जा रही है। जो कि एनसीएलटी के आदेश में अनिश्चितता की वजह से रुका था।

यूनियन बैंक का है 432 करोड़ रुपए कर्ज


25 मार्च को भी एनसीएलटी सुपरटेक लिमिटेड (Supertech Limited) के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चलाने का आदेश दे चुकी है। कंपनी पर यूनियन बैंक का 432 करोड रुपए कर्ज है। ये भुगतान न करने को लेकर बैंक की ओर से याचिका दायर की गई थी। इस याचिका के बाद एनसीएलटी ने ये फैसला लिया था। 
इस फैसले को सुपरटेक के सीएमडी (CMD of Supertech) आरके अरोड़ा (RK Arora) ने चुनौती दी थी। अरोड़ा ने कहा था कि एनसीएलटी ने कंपनी को लेनदारों के साथ जल्द से जल्द विवाद निपटाने को कहा है। इस आदेश के बाद कंपनी अलग-अलग प्रोजेक्ट में 923 फ्लैटों की जल्द से जल्द डिलीवरी देने की कोशिश करेगी और आने वाले समय में कंपनी के पास 100 करोड़ रुपए आएंगे।