मुफ्त सोलर प्लांट का तुरंत उठाए लाभ, फटाफट चेक करें पूरी डिटेल
HR Breaking News : नई दिल्ली : सोलर पैनल (solar panels) लगवाने से पहले आपको अपने घर पर हो रहे बिजली खर्च का आंकलन करना काफी अहम हो जाता है। सोलर प्लांट कई तरह के माने जाते हैं, क्योंकि पैनल के साथ लगने वाली बैटरी और ऑन ग्रिड के विकल्प भी मौजूद किया जा रहा है।
इन्वर्टर भी सोलर वाला अलग से ही माना जा रहा है। आजकल सोलर और बिजली को लेकर एक ही इन्वर्टर काम में आना शुरू हो जाता है।
इन्वर्टर पर ही निर्भर करता है कि वह बादल वाले मौसम में भी बिजली सप्लाई करना जारी रखा जा चुका है। ऑन ग्रिड में आपको सरकार अतिरिक्त बिजली बनने पर पैसा मिलना मुश्किल हो जाता है।
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि आपको अपने घर में 1 टन के 2 इन्वर्टर एयर कंडीशनर चलाने जा रहे हैं, साथ में कूलर, पंखे और लाइट चलानी है तो आपको न्यूनतम 4 किलोवॉट का सोलर सिस्टम लगाना अहम हो गया है जो प्रतिदिन कम से कम 20 यूनिट बिजली पैदा करना का कार्य कर रहा है।
एक 4 किलोवॉट के सोलर प्लांट में आप 2 एयरकंडीशनर के अलावा घर के अन्य सभी इक्विपमेंट्स जैसे पंखे, कूलर, लैपटॉप, लाइट्स आदि चलाना अहम होता है।
आइए जानते हैं कि आप 5 KW का सोलर प्लांट किस तरह लगाने में बाद अपने घऱ में लाइट का खर्चा बचाकर फायदा लिया जा सकता है।
यही नहीं, यदि आप अपने सोलर प्लांट द्वारा बनाई गई पूरी विद्युत का उपयोग नहीं किया है तो आप उस इलेक्ट्रिसिटी को सरकार को बेच कर कमाई भी करना काफी आसान माना जा रहा है।
सोलर प्लांट के लिए ये है अहम समान
किसी भी सोलर प्लांट (solar plant) को लेकर सबसे आवश्यक सामग्री एक सोलर इन्वर्टर, सोलर बैटरी, सोलर पैनल होते हैं। इसके बाद वायर फिक्सिंग, स्टैंड आदि का खर्चा होता है जिस पर अतिरिक्त पैसा देना अहम होता है। इस तरह इन सभी चीजों को मिलाकर हम खर्चा निकालकर फायदा ले सकते हैं।
सोलर इन्वर्टर का कर सकते हैं इस्तेमाल
वर्तमान में मार्केट में 5 किलोवाट के सोलर इन्वर्टर मिल रहे हैं जिन्हें 4 किलोवॉट का प्लांट चलाने के लिए आप खरीदने के बाद फायदा ले सकते हैं। हालांकि यह थोड़ा सा महंगा पड़ जाता है। यदि आपका बजट कम है तो आपको पीडब्ल्यूएम तकनीक वाला सोलर इन्वर्टर लेना अहम जाता है।