Aalu se Sona : अब सच में बनेगा आलू से सोना, इन 5 वैरायटी के आलू लगाना शुरू करें किसान, बन जाएंगे अमीर

Aloo For Chips Business : आजकल लोग नौकरी करने की बजाय खेती करके पैसा कमाना चाहते है। नई तकनीकों के साथ खेती करके आजकल किसान काफी ज्यादा कमा रहे है। आज हम आपको बताने जा रहे है उन 5 वैरायटी के आलू के बारे में जिनकी खेती करके आप बेहद कम समय में मोटा पैसा कमा सकते है। आइए जानते है आलू की इस खेती के बारे में विस्तार से।
 

HR Breaking News : (aalu farming) खेती करके पैसा कमाने का चलन अब बढ़ता ही जा रहा है। अगर सही ढंग से खेती की जाएं तो आप मोटा पैसा कमा सकते है। देश में फिलहाल कई किसान ऐसे है जो खेती के आज लाखों करोड़ों रूपये कमा रहे है। अगर आप भी खेती के जरीए कमाई (income through farming) करना चाहते है तो आज हम आपको बताने जा रहे है आलू उन खास किस्मों के बारे में जिनकी खेती करके आप भी एक अमीर किसान बन सकते है। 


यहां हम आपको केवल आलू उगाने के तरीके के बारे में ही नही बल्कि स्मार्ट फार्मिंग यानी सीधे बाजार में आलू बेचने की बजाय अगर आप इसे प्रोसेसिंग यूनिट को बेचने के बारे में बताने जा रहे है जिसके जरीए आप बेहद कम समय में करोड़पति बन सकते है। आइए आज आपको बताते है आलू की उन किस्मों के बारे में जिनसे चिप्स (Farming Business Idea) बनता है।


1। कुफरी चिप्सोना-1: आलू की इस वैरायटी (variety of potato) में स्टार्च कंटेंट 21% से अधिक, शुगर बहुत कम होता है। इससे सुनहरे और कुरकुरे चिप्स बनते हैं। पकने में जल्दी और रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity to disease) भी अच्छी, इसका उत्पादन औसतन 25 से 30 टन प्रति हेक्टेयर है।


2। Kufri Chipsona : इस आलू की चिप्स क्वालिटी (Potato Chips Quality) बेहतरीन है। इसमें शुगर लेवल बहुत कम होता है। इसके स्टोरेज में मिठास नहीं आती। लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है। उत्पादन में 30 से 35 टन प्रति हेक्टेयर है। मैदानी इलाकों के लिए आलू की ये वैरायटी बेस्ट है।


3। कुफरी हिमसोना: आलू की इस को चिप्स की प्रोसेसिंग में बेस्ट (Best in processing chips) माना जाता है। कम तापमान में भी अच्छी उपज देता है। 20 से 25 टन प्रति हेक्टेयर इसका उत्पादन है। पहाड़ी इलाकों में खेती (farming in hilly areas) करने वाले किसानों के लिए यह वरदान माना गया है।


4। कुफरी फ्रीडोम: ये आलू फास्ट फूड इंडस्ट्री की पहली पसंद माना जाता है। मोटे कंद के इस आलू से लंबे चिप्स बनते हैं। तेल कम सोखता है, जिससे चिप्स हेल्दी बनते हैं। 35 टन तक प्रति हेक्टेयर इसका उत्पादन है। प्रोसेसिंग यूनिट के लिए आदर्श किस्म मानी गई है।


5। कुफरी स्वर्णा : चिप्स, फ्रेंच फ्राइज और अन्य स्नैक्स के लिए आलू की ये किस्म बेहद उपयोगी मानी गई है।

 

 


प्रोसेसिंग यूनिट के सहारे होगी ट्रिपल कमाई....


मंड़ी में आलू (potatoes in the market) बेचने पर आपको केवल 6 से 10 रुपये प्रति किलो का रेट मिलता है। लेकिन, जब यही आलू प्रोसेसिंग यूनिट को बेचते हैं, जैसे चिप्स बनाने वाली फैक्ट्रियों (Chips manufacturing factories) से दाम मिलते हैं 15 से 20 रुपये प्रति किलो तक! यानी सीधा ट्रिपल मुनाफा। अगर छोटी स्केल पर आप खुद की चिप्स यूनिट (chips unit) लगाते हैं, तो प्रति दिन 50 किलो चिप्स बनाकर भी आप 1000 से 1500 रुपये कमा सकते हैं। महीने में हुए 30 से 45 हजार। साल भर में 5 लाख से ज्यादा। 
एक किसान द्वारा कहा गया है कि वह आलू की प्रोसेसिंग से लाखों तक की कमाई कर रहे है। उनका कहना है कि खेती तभी फायदेमंद है, जब हम फसल बेचने की बजाय उसका वैल्यू एडिशन करें।