RBI के फैसले के बाद लोन लेने वालों की हो गई मौज, इन 3 सरकारी बैंकों ने घटा दी ब्याज दरें
RBI - अगर आप भी लोन लेने की प्लानिंग कर रहे है तो ये खबर आपके फायदे की है. दरअसल आरबीआई की ओर से आए एक फैसले के बाद लोन लेने वालों की मौज हो गई है... आपको बता दें कि इन तीन सरकारी बैंकों ने लोन पर अपनी ब्याज दरें घटा दी है-
HR Breaking News, Digital Desk- (Interest Rate on Loan) भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो दर में 0.5% की कटौती के बाद, तीन प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों - यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक (Canara Bank) , और इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) - ने भी अपने ऋणों (loan) पर ब्याज दरों में 0.5% की कमी की घोषणा की है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने EBLR और RLLR में की कटौती-
यूनियन बैंक ने EBLR और RLLR दोनों में 0.5% की कटौती की है। यह कमी RBI द्वारा हाल ही में रेपो दर (repo rate) में की गई कटौती के बाद की गई है। इस बदलाव से ग्राहकों को कम ब्याज दर पर ऋण मिल सकेगा।
इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने भी RLLR घटाया-
आईओबी ने बताया कि बैंक की संपत्ति-देयता प्रबंधन समिति (ALCO) की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैंक ने रेपो से जुड़ी ब्याज दर को 8.85% से घटाकर 8.35% कर दिया है। यह नई दर बुधवार से प्रभावी होगी।
केनरा बैंक ने भी ब्याज दर घटाकर 8.25% की-
केनरा बैंक (Canara Bank) ने भी अपने कर्ज पर लागू रेपो आधारित ब्याज दर में 0.50% की कटौती की घोषणा की है। अब इसकी नई दर 8.75% से घटकर 8.25% हो गई है। यह दर भी बुधवार से लागू होगी।
ग्राहकों को मिलेगा सस्ता लोन-
इन बैंकों के इस कदम से रेपो आधारित कर्ज सस्ते हो जाएंगे। इसका लाभ नए और मौजूदा आवास, वाहन तथा व्यक्तिगत कर्ज धारकों के साथ-साथ MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र के कर्जदारों को भी मिलेगा।
आरबीआई ने की रेपो रेट में कटौती-
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर को 0.5% घटाकर 5.5% कर दिया है, और नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को भी 1% घटाकर 3% कर दिया है। इन कदमों का उद्देश्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना (Promoting economic activities) और ऋण को सस्ता बनाना है, जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिल सके। यह निर्णय पिछले सप्ताह लिया गया था।