CIBIL Score : सिबिल स्कोर को हल्के में लेना पड़ेगा भारी, 50 लाख के लोन पर होगा 19 लाख का नुकसान
CIBIL Score : किसी भी बैंक में लोन लेने जाते हैं तो सबसे पहले जो चीज चेक होती है, वो है सिबिल स्कोर। सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को हल्के में लेने काफी भारी पड़ सकता है। आपके 50 लाख के लोन पर आपको 19 लाख का नुकसान केवल सिबिल स्कोर के कारण पड़ सकता है। सिबिल स्कोर के बारे में आपको सभी जरूरी बातें पता होनी चाहिए। आइए जानते हैं सिबिल स्कोर के बारे में प्रमुख बातें...
HR Breaking News (CIBIL Score) सिबिल स्कोर तीन अंकों का वो नंबर है जो आपको लोन दिलाने के लिए काफी अहम होता है। अगर सिबिल स्कोर खराब है तो आपको काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। आप किसी तरीके से लोन ले भी लेंगे तो आपको भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) खराब है तो केवल 50 लाख रुपये के लोन (Loan) पर 19 लाख रुपये का नुकसान झेलना पड़ सकता है।
आपको इससे बचना है तो आपका अपना सिबिल स्कोर अच्छा बनाकर रखना होगा। यह लोग अकसर जानना चाहते हैं कि लोन के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए (cibil score kitna hona chahiye)। कैसे सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को खराब होने से बचाकर रखा जा सकता है। आइए सिबिल स्कोर के बारे में सभी बारिकियों के बारे में जानते हैं।
पहले जानिए आखिर होता क्या है सिबिल स्कोर
सिबिल स्कोर (What is CIBIL Score) तीन अंकों की एक संख्या है। यह 300 से लेकर 900 अंकों तक होता है। इससे बैंक आपके बैंकिंग व्यवहार को देखता है। जितने ज्यादा अंक होंगे बैंक की नजरों में आप पैसे के लेनदेन में उतने ही पक्के होंगे।
वहीं, कम हुआ तो आपका बैंक के रुपये लौटाने का व्यवहार हो सकता है अच्छा न हो। सिबिल स्कोर पुराने लोन, क्रेडिट कार्ड के बिल आदि के आधार पर तय होता है। समय पर आप सारी ईएमआई भर रहे हैं तो सिबिल स्कोर अच्छा, नहीं भर रहे हैं तो खराब होगा।
बढ़िया सिबिल स्कोर के हैं कई फायदे
आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) अच्छा होगा तो इसके कई फायदे होंगे। आपको बैंक से आसानी से लोन मिल जाएगा। बैंक लोन देने से पहले व्यक्ति के सिबिल स्कोर को चेक करता है। लोन की ब्याज दरें भी कम रहेंगी। प्री-अप्रूव्ड लोन का ऑफर भी बैंक से आपको मिल जाएगा। आपको इंस्टा लोन मिल सकता है, यानी अप्रूव होते ही खाते में रुपये।
खराब सिबिल स्कोर के नुकसान
वहीं, अगर आपका सिबिल (CIBIL Score effects) स्कोर खराब है तो आपको इसका तगड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा। बैंक से आपको लोन मिलना मुश्किल हो जाएगा। बैंक हो या नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनी, उनको रिश्क रहेगा कि आप लोन लेकर नहीं चुकाओगे। अगर किसी कारण आपको लोन मिल जाएगा तो उसकी ब्याज दरें काफी ज्यादा होंगी। बैंक आपसे अधिक ब्याज दर वसूलेंगे।
क्यों वसूली जाती हैं ज्यादा ब्याज दरें
बैंक जब खराब सिबिल स्कोर (CIBIL Score for loan) में लोन देता है तो बैंक रिश्क लेता है। अगर बैंक रिस्क लेता है तो उसको मैनेज भी करता है। बैंक अपने रिस्क को मैनेज करने के लिए ये सोचकर लोन देता है कि अगर व्यक्ति ने आखिरी की कुछ ईएमआई डिफॉल्ट भी कर दीं तो भी बैंक का नुकसान नहीं होगा। इंश्योरेंस कंपनिया भी खराब सिबिल स्कोर पर ज्यादा प्रीमियम वसूलती हैं। कईं कंपनियां तो इंश्योरंसे से भी मना कर देती हैं।
लोन लेने के लिए रखना पड़ेगा कुछ गिरवी
अगर आपको पर्सनल लोन या होम लोन (CIBIL Score for home loan) या कार लोन लेना है तो भी आपको दिक्कत आएगी। आपको अधिक ब्याज भी चुकाना पड़ सकता है। बैंक आपसे लोन देने के बदले आपसे कुछ गिरवी रखने को भी बोल सकता है। लोन मिलने में काफी देरी हो सकती है।
अच्छा सिबिल स्कोर होगा तो समझें लोन का कैलकुलेशन
अगर आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) 820 है और आप 20 वर्ष की समय सीमा के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन लेना चाह रहे हैं तो यह आपको आसानी से करीब 8.35 फीसदी के ब्याज दरों पर मिल जाएगा। आपको 53 लाख के ब्याज सहित 20 साल में कुल 1.03 करोड़ रुपये बैंक को रिटर्न करने होंगे। ब्याज दरें बैंकों के नियमों पर निर्भर करती हैं।
खराब सिबिल स्कोर तो 19 लाख का नुकसान
अगर आपका सिबिल स्कोरी (CIBIL Score Update) बहुत खराब है तो आपको क्या पता लोन ही न मिले। अगर आपका सिबिल स्कोर 580 के आसपास है तो लोन काफी महंगी दरों पर मिलेगा। आपको यह लोग करीब 10.75 फीसदी की दर पर मिल सकता है। इसको बीस साल में आपको 71.82 लाख रुपये के ब्याज के साथ भुगतना होगा। अच्छे सिबिल स्कोर वाले लोन से यह 18.82 लाख रुपये यानी करीब 19 लाख रुपये ज्यादा है। आपको इतनी मोटी रकम केवल सिबिल स्कोर खराब होने पर चुकानी होगी।
सिबिल स्कोर खराब होने के कारण
सिबिल स्कोर (CIBIL Score) खराब होने की कई वजह होती है। इसमें लोन लेने के बाद समय से ईएमआई का भुगतान न करना, लोन की सेटलमेंट करना, क्रेडिट कार्ड का समय पर भुगतान न करना, क्रेडिट यूटिलाइजेशन की रेश्यो को मेंटेन न रखना, समय पर बिलों का भुगतान न करना। लोन गारंटर है और लोन लेने वाले ने लोन नहीं भरा है तो इसका असर भी आपके सिबिल स्कोर पर पड़ सकता है।
सिबिल स्कोर ठीक करने के तरीके
सिबिल स्कोर (Good CIBIL Score) सुधारने के लिए कई कार्य करने होते हैं। सबसे पहले तो अपनी ईएमआई समय पर भुगतान करें। क्रेडिट कार्ड का प्रयोग कर रहे हैं तो अधिकतम लिमिट से 30 प्रतिशत से अधिक का खर्चा न करें। समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल भरें। कई लोन एक साथ न लें। लोन के गारंटर ध्यान से बने। अगर कभी लोन नहीं लिया है तो एक लोन लेकर उसका समय पर भुगतान करके अपनी क्रेडिट हिस्ट्री को जैनरेट करें। बता दें कि खराब सिबिल स्कोर को ठीक करने में एक साल तक लग सकता है।