Personal loan लेते समय इन बातों पर करें गौर, नहीं तो पड़ जाएंगे लेने के देने

Personal Loan Interest Rates : इस बढ़ती महंगाई में सेविंग करना एक आम आदमी के लिए बेहद मुश्किल हो गया है। व्यक्ति को इमरजेंसी में कभी भी लोन की जरूरत पड़ जाती है। ऐसे में इमरजेंसी में जरूरत पड़ने पर ज्यादातर लोग पर्सनल लोन का ही सहारा लेता है, क्योंकि पर्सनल लोन (Personal Loan Rules) में डॉक्यूमेंटेशन काफी कम होता है और ये आसानी से मिल जाता है, लेकिन पर्सनल लोन को लेते समय व्यक्ति के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, नहीं तो बाद में उसके लिए मुसिबत खड़ी हो सकती है।
 

HR Breaking News - (Personal loan News)। वैसे तो जरूरत पड़ने पर अन्य लोन की तुलना में पर्सनल लोन काफी मददगार साबित होता है ओर ये जरूरत के हिसाब से जल्दी भी मिल जाता है, लेकिन व्यक्ति को इस लोन को लेने के लिए बहुत अधिक ब्याज दरों का भुगतान करना पड़ता है। अगर आप भी हाल फिलहाल में पर्सनल लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको लोन (Rules of personal loan ) लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रख भारी मुसिबत से बच सकते हैं। आइए खबर के माध्यम से जानते है कि पर्सनल लोन लेने से किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

कम क्रेडिट स्कोर वाले ध्यान दें ये बातें-


अगर व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कम है तो उसे पर्सनल लोन लेने से पहले अच्छे से सोच विचार करना चाहिए, क्योंकि कम क्रेडिट स्कोर वाले व्यक्ति को उसी राशि में बढ़िया क्रेडिट स्कोर वाले के कंपेरिजन में हजारों रुपये का अधिक  ब्याज देना पड़ता है।

वैसे तो आमतौर पर पर्सनल लोन के लिए ब्याज दर (Interest Rates for Personal Loan) 12 प्रतिशत से लेकर 21 प्रतिशत तक होती हैं। आप किसी भी प्रकार के लोन को लेते हैं तो उसकी ब्याज दर काफी हद तक क्रेडिट स्कोर पर डिपेंड होती है। इसलिए कम खर्चें जैसे कि- घर के मरम्मत कराने या फिर छुट्टियां मनाने के लिए पर्सनल लोन ले रहे हैं या अपनी लाइफस्टाइल को बेहतर करने के लिए पर्सनल लोन (Personal Loan  Tips) ले रहे हैं तो एक बार अच्छे से सोच विचार कर लें। 

ठीक प्रकार से करें ईएमआई का भुगतान-


पर्सनल लोन की ब्याज दरें पहले से ही कहीं ज्यादा होती है। कई बार व्यक्ति को ईएमआई (personal loan ke nuksan) के चलते एक लोन को चुकाने के लिए एक ओर पर्सनल लोन लेना पड़ता है। इसमें अगर बीच में एक भी ईएमआई डिफॉल्ट हुई तो इसके लिए आपको अलग से पेनल्टी (personal loan penalty Charge) का भुगतान करना होगा ओर इसका असर लोन की ईएमआई (personal loan EMI) के साथ-साथ आपके क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ेगा। इससे आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है और आपके लोन की ब्याज दरें बढ़ सकती है।

पर्सनल लोन पर लगने वाले शुल्क- 


आप जब भी पर्सनल लोन ले रहे हैं तो सबसे पहले ये सुनिश्चित कर लें कि आपकी EMI (personal loan EMI Tips) नियमित रूप से जमा हो। हो सकें तो आव पर्सनल लोन से पहले आपकी EMI इन हैंड सैलरी के 35 प्रतिशत से कम हो, इस बात पर जरूर गौर करें। इसके साथ ही पर्सनल लोन पर लगने वाले शुल्क के बारे में भी आपको जान लेना चाहिए ताकि आपको बाद में मुसिबत का सामना न करना पड़ें।


जान लें पर्सनल लोन से जुड़े हिडन चार्जेज- 


दरअसल , आपको पर्सनल लोन लेते समय जान लेना चाहिए कि आपके पर्सलन लोन पर कितने चार्जेज लग रहे हैं, क्योंकि ऐसे कई हिडन चार्जेज (personal loan Hidden Charges) होते हैं जिसके बारे में लोग नहीं जानते हैं ओर बाद में उनके लिए परेशानी खड़ी हो जाती है। ऐसा करने से लोनधारक को बाद में ज्यादा पैसे का भुगतान करना पड़ सकता है, क्योंकि प्रोसेसिंग फीस (personal loan Processing Fees) लोन की राशि के 0.5 प्रतिशत और 2.5 प्रतिशत के बीच हो सकता है।

प्रीपेमेंट पेनल्टी के बारे में जानकारी-


इसके साथ ही पर्सनल लोन लेने से पहले प्रीपेमेंट पेनल्टी (personal loan Prepayment penalty)  के बारे में भी अच्छे से जान लें, क्योंकि आमतौर पर ऐसा होता है कि अगर आप तय समय से पहले लोन की राशि जमा करते हैं तो ऐसे में लोन की राशि का लगभग 2 प्रतिशत तक पेनल्टी (personal loan Penalty) के रूप में आपको देना पड़ सकता है।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति थॉमस जेफरसन का कहना है कि जब तक पैसा हो ना तब तक उसको खर्च ने करें। वैसे तो आज के समय में 'पर्सनल लोन' (Disadvantages of a personal loan) और 'अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें' जैसे स्कीम चल रही है, लेकिन फिर भी इन बातों का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है।