FD Scheme : नए वित्त वर्ष में एफडी ग्राहकों को झटका, इन बैंकों ने घटाई ब्याज दरें
HR Breaking News (Invest in FD)। भारत में सभी लोग भविष्य के लिए पूंजी को जमा करने के लिए सुरक्षित निवेश (Safe investment) का तरीका अपनाते है। सुरक्षित निवेश के लिए लोगों के पास शेयर मार्केट, सोने में निवेश (gold investment), बचत खाता, जमीन में निवेश और फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश जैसे विकल्प है।
आमतौर पर लोग निवेश के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प के रुप में फिक्स्ड डिपॉजिट (fixed deposit) को चुनते है। फिक्स्ड डिपॉजिट पर बैंक कम समय में ज्यादा रिटर्न (Good returns in FD) प्रदान करते है। बैंक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट में ज्यादा ब्याज दरों का प्रलोभन देते है। ब्याज दरें ज्यादा होने के कारण लोग फिक्स्ड डिपॉजिट पर जमकर निवेश करते है।
रेपो रेट में कमी से घटी एफडी की ब्याज दरें
इस साल फरवरी महीने में भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने अपनी सालाना बैठक में रेपो रेट को कम करने का फैसला किया था। आरबीआई ने बैठक (RBI Annual meeting) में रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कमी की थी। इसके बाद से विशेषज्ञों के द्वारा लगातार संभावना जताई जा रही थी कि बैंक एफडी की ब्याज दरों (Repo rate Down) को कम कर सकते है। ब्याज दरें कम होने से इसमें निवेश करने वालों की संख्या में कमी आ सकती है। वह इसलिए क्योंकि निवेशकों को एफडी पर अब कम रिटर्न मिलेगा।
सरकारी बैंकों से ज्यादा रिटर्न दे रहे निजी बैंक
भारत में सरकारी और निजी दो प्रकार के बैंक है। सरकारी बैंक (FD in government bank) बड़े बैंक है। इनके पास ग्राहकों काफी संख्या में होते है। सरकारी बैंक ग्राहकों को प्रलोभन देकर आकर्षित नहीं करते है। वहीं, दुसरी ओर निजी बैंक छोटे बैंक (Samll Bank) होते है। इनके पास सरकारी सहायता नहीं होती है। ग्राहक कम होने के कारण निजी बैंक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन देते है। निजी बैंक सरकारी बैंकों के मुकाबले एफडी पर ज्यादा रिटर्न देते है।
निजी बैंकों ने घटाई एफडी पर ब्याज दरें
सरकारी बैंकों की तरह निजी बैंकों (FD in Private bank) ने भी एफडी पर ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत कर दी है। नए वित्त वर्ष की शुरुआत में कई प्राइवेट बैंकों ने एफडी पर रिटर्न को कम करने का फैसला किया है। देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंकों में से एक यस बैंक (FD in yes bank) ने एफडी पर मिलने वाले रिटर्न में कटौती करने का फैसला किया है।
यस बैंक ने कुछ खास समय के लिए एफडी पर ब्याज दरें 0.25% (FD interest Rate in Yes Bank) घटा दी हैं। ब्याज दर में यह कमी दिखाती है कि शायद अब बाकी बैंक भी FD पर ब्याज दरें कम कर सकते हैं। यस बैंक के अलावा एचडीएफसी बैंक ने भी स्पेशल एडिशन एफडी स्कीम बंद कर दी है।
ये है यस बैंक की एफडी पर नई ब्याज दरें
नए वित्त वर्ष की शुरुआत से यस बैंक आम लोगों को 7 दिन से 10 साल तक की एफडी पर 3.25% से 7.75% तक (Fixed deposit return) ब्याज दे रहा है। यह ब्याज 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर मिलेगा। पहले यह दर 3.25% से 8% तक थी। बैंक सबसे ज्यादा 7.75% ब्याज 12 महीने से 24 महीने से कम की FD पर दे रहा है।
वहीं सीनियर सिटीजन (FD for senior citizen)को यस बैंक 3.75% से 8.25% तक ब्याज दे रहा है। यह ब्याज 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर मिलेगा। पहले यह दर 3.75% से 8.50% तक थी। सीनियर सिटीजन को सबसे ज्यादा 8.25% ब्याज 12 महीने से 24 महीने से कम की FD पर मिल रहा है।
एफडी तोड़ने पर इतना लगता है जुर्माना
यस बैंक ग्राहकों को समय से पहले एफडी (Fine on FD) को खत्म करने का भी विकल्प देता है। समय से पहले 181 दिन या उससे कम समय वाली एफडी को तोड़ने पर 0.75% सालाना का जुर्माना देना होगा। वहीं, 181 दिन से ज्यादा की एफडी को तोड़ने पर आपको 1% सालाना का जुर्माना देना पड़ेगा। यह नियम 3 नवंबर 2023 से लागू है।
इस महीने भी कम हो सकता है रेपो रेट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फरवरी महीने में आयोजित अपनी सालाना बैठक में रेपो रेट को कम करने की घोषणा की थी। विशेषज्ञों के अनुसार आरबीआई अप्रैल महीने में भी रेपो रेट की ब्याज दरों में कमी कर सकता है। माना जा रहा है कि ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट (Basis point of repo rate) की कमी की जा सकती है।
दरअसल, रिजर्व बैंक इस साल ब्याज दरों में कुल 75 बेसिस पॉइंट की कमी करना चाहता है। इस कमी के बाद रेपो रेट 6.50% से कम होकर 6.25% पर आ गया था। 25 बेसिस पॉइंट की कमी इस महीने हो सकती है।