Gautam Adani : फिर चमका गौतम अडानी की किसमत का सितारा, टॉप 25 में बनाई अपनी जगह 

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी को तगड़ा नुक्सान हुआ था पर अब फिर से अडानी के अच्छे दिन आ रहे हैं क्योंकि अडानी एक बार फिर से टॉप 25 अमीरों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं 
 

HR Breaking News, New Delhi : अडानी समूह के शेयरों में जोखिम का अब पिछले कुछ दिनों में कम होता दिख रहा है। पांच कारोबारी सत्रों में, अडानी के शेयरों में लगातार तेजी दर्ज की गई है, जिनमें से अधिकांश ने प्रतिशत के लिहाज से दोहरे अंकों में तेजी दर्ज की है। इन सत्रों के दौरान अडानी के शेयरों में 45% तक की तेजी देखी जा रही है। अडानी समूह का बाजार मूल्य एक साथ 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक चढ़ गया है। इसके साथ ही ग्रुप के चेयरमेन गौतम अडानी की भी संपत्ति बढ़ गई है।

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, अडानी की संपत्ति 50 अरब डॉलर के पार हो गई है। इसके साथ ही अब दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 25वें पायदान पर पहुंच गए हैं। 6 मार्च के अंत तक, अडानी ग्रुप का कुल मार्केट कैप लगभग 8.85 लाख करोड़ रुपये था। यह 6.82 लाख करोड़ रुपये के बाजार से ऊपर है जिसे 27 फरवरी को देखा गया था।

अडानी के इन शेयरों पर लगा अपर सर्किट
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर बीएसई पर 9.77 प्रतिशत बढ़कर 2,063 रुपये हो गए। अडानी पावर के शेयर भी 5 प्रतिशत की तेजी के साथ अपर सर्किट पर, यह 177.90 रुपये का हुआ। अडानी ट्रांसमिशन पर भी लगा अपर सर्किट, यह 780.90 रुपये का हुआ। अडानी ग्रीन ने 5 प्रतिशत की तेजी से साथ अपर सर्किट को पकड़ा, यह 590.10 रुपये का हुआ। अडानी टोटल गैस भी 5 प्रतिशत पर चढ़कर 820.90 रुपये का हो गया। अडानी विल्मर 439.20 रुपये का हुआ। NDTV में भी दिखा फायदा, यह 231.10 रुपये का हुआ। अडानी पोर्ट्स 713.90 रुपये का हुआ, यह 4.32 प्रतिशत ऊपर था।

क्या है पूरा मामला?
शेयर बाजार में अडानी समूह का नुकसानदेय दौर तब शुरू हुआ था जब अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म, हिंडनबर्ग रिसर्च ने समूह पर एक विस्फोटक रिपोर्ट पेश की। इसने समूह के बढ़ते कर्ज के बारे में चिंता जताई और अन्य बातों के अलावा, स्टॉक में हेरफेर और टैक्स हेवन के अनियमित उपयोग का आरोप लगाया। जबकि अडानी समूह ने हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है। इस रिपोर्ट के कारण निवेशकों और वित्तीय संस्थानों में चिंता बढ़ गई है, जिसके परिणामस्वरूप ग्रुप के सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर की कीमतों में लगातार गिरावट आई है।