Gold Rate : बुलेट की रफ्तार से बढ़ रहा सोने के भाव, एक्सपर्ट ने बताया जून में कहां तक पहुंच जाएंगे गोल्ड के रेट
Gold Rate : लगातार बढ़ रहे सोने के भाव के बीच सोना खरीदने वालों के मन में सवाल है कि सोना भविष्य में किसी रफ्तार से चलेगा। सोने (Gold Rate) की कीमतें कब एक लाख तक पहुंच जाएंगी। जून तक सोने (Gold Rate) का भाव कितना हो जाएगा? इसको लेकर एकस्पर्ट्स की राय सामने आई है। आइए जानते हैं कि सोने के भाव की आगे कैसी चाल रहेगी।
HR Breaking News (Gold Rate) सोना एक कीमती धातु है और इसके दाम घटते बढ़ते रहते हैं, लेकिन खास बात यह है कि सोने के दाम घटते कम हैं और बढ़ते ज्यादा है। सोने में दाम (Gold Rate) बढ़ने के पीछे कई कारक होत हैं। 2025 में सोने के दामों में लगातार बढ़ौतरी जारी है। 8,310 रुपये की सोने में इस साल बढ़ौतरी हो चुकी है।
सोने के दामों में आई गिरावट
इस साल, सोने के दामों में 10.5% की बढ़ौतरी हुई है। बता दें कि एक जनवरी को सोने के दाम (Gold Rate) 79,390 रुपये तोला थे। ये दाम अब बढ़कर 87,700 रुपये तोला पहुंच गए हैं। सोने की कीमतों में चार दिन हल्की गिरावट आई है। वहीं, चांदी की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट देखी गई है।
चांदी की चमक भी हुई कम
चांदी दो सप्ताह में 2,100 रुपये लुढ़ककर निचले स्तर 96,400 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। पिछले सेशन में चांदी 98,500 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या सोने-चांदी में खरीदारी करे या नहीं? क्या सोने चांदी में गिरावट (Gold Rate hike) ही रहेगी या ये दाम फिर से बढ़ेंगे। एक्सपर्ट्स के अनुसार दामों में बढ़ौतरी फिर से देखने को मिलेगी।
नवंबर के बाद 28 फरवरी को आई बड़ी गिरावट
सोने की कीमतों में पिछले शुक्रवार यानी 28 फरवरी को बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। यह नवंबर के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट रही है। बता दें कि अमेरिका का डॉलर मजबूत हुआ है तो सोने की कीमतों (Gold Rate down) में नर्मी आई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ी सोने की चमक
सर्राफा बाजार में चाहे सोने के भाव में नरमी दिखी हो, लेकनि सोमवार को अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और ग्लोबल ट्रेड वार की आशंकाओं के बीच भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें (Gold Rate) बढ़ौतरी के साथ बंद हुई। स्पॉट गोल्ड 0.3 प्रतिशत बढ़कर 2,868.29 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। वहीं, अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 1.1% बढ़ा और 2,880.70 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंचा।
दाम गिरने के पीछे क्या है कारण
सोने की कीमतों के घटने बढ़ने के पीछे कई कारक होते हैं। मीडियो संस्थान को दी गई जानकारी मे मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वीपी कमोडिटीज राहुल कलंतरी ने कहा कि सोने की कीमतों (Gold Rate Update) में गिरावट डॉलर इंडेक्स में मजबूती के कारण आई है। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने मैक्सिको और कनाडा पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। यह 4 मार्च से लागू हो जाएगा। इस कारण डॉलर मजबूत हुआ है और सोने की कीमत कम हुई है।
वहीं, कमोडिटी एक्सपर्ट्स के अनुसार अमेरिका को राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 10 प्रतिशत ज्यादा टैरिफ लगाने का फैसला लिया है। इससे अमेरिका में आयात पर कुल टैरिफ दर 20 प्रतिशत हो गई है। एक्सपर्ट अनुसार इस वजह से बाजार की उम्मीदें खत्म हो गई हैं कि इन टैरिफ को टाल दिया जाएगा।
सोने में निवेश के लिए सही है समय
मीडिया संस्थान को मेहता इक्विटीज के राहुल कलंतरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना (Gold Rate) 3,000 डॉलर और देसी बाजार में 88,000 रुपये के स्तर को क्रॉस कर सकता है। इसको लेकर अनुमान लगाया जा रहा है। अब सवाल आता है कि यह किस महीने तक इतना पहुंच जाएगा।
डिप पर खरीदारी
वहीं, एक्सपर्ट जतिन त्रिवेदी ने निवेशकों को डिप पर खरीदारी(buy on dips) करने की सलाह दी है। डिप पर खरीदारी सोने की तेजी को देखते हुएसबसे अच्छी रणनीति हो सकती है। उनके अनुसार 86,400 रुपये के भाव से सोना (Gold Rate) 85,000 से 84,000 रुपये तक गिर सकता है। यह खरीदारी के लिए अच्छा मौके है। इसके पीछे का कारण ये है कि सोने प्रति बाजार का मूड अभी भी पॉजिटिव है।
जून तक कितना पहुंच जाएगा सोने का भाव
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के अनुसार बहुज जल्द सोना 3,050 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर जा सकता है। यह इस साल के अंत तक 3200 डॉलर प्रति वर्ष जा सकता है। यह आने वाले दिनों में तेजी से बढ़ते हुए हो सकता है कि जून में ही 3000 डॉलर प्रति औंस चला जाए। वहीं, विशेषज्ञ, राहुल जैन के अनुसार बहुत जल्द सोना 87,500 तक पहुंचने की संभावना है। वहीं, जून तक सोना (Gold Rate in June) हो सकता है कि 90 हजार को पार कर जाएगा।