देश के सबसे बड़े बैंक SBI को तगड़ा झटका, 2600 करोड़ का लगा फटका
HR Breaking News, Digital Desk- पहली तिमाही में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले थे. साथ ही प्रॉफिट 17000 करोड़ रुपए के करीब पहुंच गया था. लेकिन इस बार एसबीआई ने काफी निराश किया है.
पहली तिमाही के मुकाबले बैंक के प्रॉफिट में करीब 2600 करोड़ रुपए की कमी देखने को मिली है. जबकि बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में बैंक को 8 फीसदी का फायदा हुआ है. वहीं ब्याज से होने वाली कमाई में 12 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर एसबीआई के तिमाही के आंकड़े क्या बयां कर रहे हैं.
कुछ ऐसे देखने को मिले तिमाही नतीजे-
भारतीय स्टेट बैंक ने शनिवार को सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं. बैंक को नेट प्रॉफिट बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में नेट प्रॉफिट में 8 फीसदी का इजाफा हुआ है और आंकड़ा 14,330 करोड़ रुपए पर पहुंच गया.
जबकि जून तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 16884 करोड़ रुपए देखने को मिला था. इसका मतलब है कि कंपनी को करीब 2600 करोड़ रुपए मुनाफा कम हुआ है. वहीं मिलने वाले ब्याज और खर्च होने वाले ब्याज के बीच का अंतर 12 फीसदी बढ़कर 39,500 करोड़ रुपये हो गया. वहीं दूसरी ओर सितंबर तिमाही में बैंक का रेवेन्यू बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 26.4 फीसदी बढ़कर 1.12 लाख करोड़ रुपए हो गया है.
प्रोविजंस और कंटीजेंसीस में बड़ी गिरावट आई है और कम होकर 115.28 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 3,039 करोड़ रुपये था. बैड असेट्स प्रोविजंस भी 2011 करोड़ रुपए से कम होकर 1,815 करोड़ रुपये हो गया. सितंबर के अंत तक ग्रॉस एनपीए रेश्यो 2.55 फीसदी देखने को मिला जो एक साल पहले 3.52 फीसदी और पहली तिमाही में 2.76 फभ्सदी था. सितंबर एंड में नेट एनपीए असेट्स रेश्यो 0.64 फीसदी था, जो एक साल पहले 0.80 फीसदी और पहली तिमाही में 0.71 फीसदी था.
लोन में हुआ इजाफा-
एसबीआई ने प्रेस रिलीज में कहा कि दूसरी तिमाही में क्रेडिट कॉस्ट सालाना आधार पर 6 आधार अंक बढ़कर 0.22 फीसदी हो गई. तिमाही में डॉमेस्टिक नेट इंट्रस्ट मार्जिन सालाना 0.12 फीसदी घटकर 3.43 फीसदी हो गया. हालाँकि, सितंबर में समाप्त छह महीनों के लिए मार्जिन सालाना आधार पर 0.06 फीसदी बढ़कर 3.45 फीसदी हो गया. सितंबर तिमाही में लोन में सालाना आधार पर 12.39 फीसदी इजाफा हुआ है, एडवांस में 13.2 फीसदी की वृद्धि हुई. डॉमेस्टिक एडवांस में इजाफा एसएमई लोन द्वारा 23 फीसदी की दर से हुई, इसके बाद रिटेल पर्सनल लोन में 16 फीसदी की वृद्धि हुई.
एग्री और कॉर्पोरेट लोन में क्रमशः 15 फीसदी और 7 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. बैंक डिपॉजिट में सालाना 12 फीसदी का ग्रोथ देखने को मिला है. जिसमें से CASA डिपॉजिट में सालाना 5 फीसदी की वृद्धि हुई. सितंबर के अंत तक CASA रेश्यो 41.88 फीसदी था. शुक्रवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर एसबीआई के शेयर 1 फीसदी बढ़कर 578.15 रुपये पर बंद हुए.