Patanjali News : पतंजलि के फैसले से 12 राज्यों के किसानों को होगा फायदा

Patanjali News : हाल ही में बाबा रामदेव ने एक ऐलान किया है। दरअसल बाबा रामदेव ने कहा है कि किसान खास किस्म की पाम ऑयल की खेती करेंगे... जिसके चलते 12 राज्यों के किसानों को बड़ा फायदा मिलेगा। 

 

HR Breaking News, Digittal Desk- पतंजलि अब खुद पाम ऑयल का उत्पादन करेगा. इस बात का ऐलान खुद बाबा रामदेव ने किया है. उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा है कि पतंजलि अब खुद पाम तेल का प्रोडक्शन करेगा. इसकी खेती के लिए किसानों को पतंजलि से जोड़ा जाएगा.

बाबा रामदेव की माने तो अभी तक पाम ऑयल की खेती करने वाले 40 हजार किसान पतंजलि से जुड़ चुके हैं. आने वाले समय में इनकी संख्या 5 लाख तक करनी है. ऐसे में पतंजलि में पाम ऑयल का उत्पादन शुरू होने से 5 लाख किसानों को सीधे रोजगार मिलेगा.बाबा रामदेव ने कहा कि किसान खास किस्म की पाम ऑयल की खेती करेंगे. इससे पहले के मुकाबले ज्यादा प्रोडक्शन मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस नई किस्म के पाम ऑयल के पौधों की उम्र भी पहले के मुकाबले ज्यादा है.

अब इसकी खेती शुरू करने पर आप इससे 40 साल तक फसल काट सकते हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि पहले पाम ऑल का उत्पादन 16 से 18 टन प्रति हेक्टेयर था, लेकिन अब नई किस्म की खेती करने पर 20 से 25 टन उपज मिलेगी. अगर किसान भाई एक हेक्टेयर में पाम ऑयल की खेती करते हैं, आपके बाग में पांच साल अंदर ही फल आने शुरू हो जाएंगे. इस तरह एक हेक्टेयर से 2 लाख रुपये की कमाई होगी.

2 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी-
बाबा रामदेव ने कहा कि असम, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सहित 12 राज्यों में किसान पतंजलि से जुड़कर पाम ऑयल की खेती कर रहे हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि की नर्सरी में पाम ऑयल के एक करोड़ पौधे तैयार हो गए हैं. आने वाले 5 से 6 वर्षों में इसकी संख्या बढ़ाकर 8 से करोड़ करनी है. उनका कहना है कि पतंजलि द्वारा पाम ऑल का प्रोडक्शन शुरू करने से देश को काफी फायदा होगा. उसे विदेशों से पैसे खर्च कर पाम ऑयल का आयात नहीं करना पड़ेगा. इससे भारत को 2 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी.

भारत में हर साल पाम ऑयल की खपत 90 लाख टन-

बता दें कि भारत में पाम ऑयल की खपत बहुत अधिक है. यह पाम ऑयल की खपत के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कंज्यूमर है. भारत में हर साल पाम ऑयल की खपत 90 लाख टन है. खास बात यह है कि भारत में खाद्य तेल के कुल खपत में पान ऑयल की हिस्सेदारी 40 फीसदी है.