NCR के इस इलाके में घर खरीदने के लिए टूट पड़े लोग, बना पहली पसंद

Greater Noida West : ये तो आप जानते ही होंगे कि एनसीआर के अन्य रियल एस्टेट के हिस्सों में प्रॉपर्टी के रेट हाई हो चुके हैं। लेकिन एनसीआर में ग्रेटर नोएडा वेस्ट लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। रिपोर्ट में सामने आया है कि एनसीआर के इन इलाकों में बड़ी संख्या में घर खरीद रहे हैं। 

 

HR Breaking News (ब्यूरो)। नोएडा एक्सटेंशन कोविड महामारी के बाद दिल्ली एनसीआर में तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट के माइक्रो मार्केट्स में से एक के रूप में तेजी से उभरा है. नोएडा एक्सटेंशन को कई सेक्टरों में विभाजित किया गया है. जिसमें आवास, शिक्षण संस्थानों, खुदरा और वाणिज्यिक के लिए सेक्टर 4 और 16, आवासीय व व्यावसायिक के लिए सेक्टर 1, आवास, शिक्षण संस्थानों, खुदरा और वाणिज्यिक तथा आईटी के मिश्रण के साथ सेक्टर टेकज़ोन -4 है।

 

 

एनसीआर के अन्य रियल एस्टेट के हिस्सों की तुलना में यहां अपेक्षाकृत कम दरों पर दो और तीन-बेडरूम यूनिट्स मिल रहे हैं. ऐसे में एनसीआर में ग्रेटर नोएडा वेस्ट उन लोगों के लिए पहली पसंद बना हुआ है जोकि पहली बार रहने के लिए खरीद रहे हैं, या फिर निवेश के लिहाज से खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं।

लोकेशन और बजट

नोएडा एक्सटेंशन सिर्फ गौतमबुद्ध नगर ही नहीं बल्कि पूरे एनसीआर में काफी लोकप्रिय जगह हो चुकी है. 2012-16 के दौरान आम लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट काफी किफायती था. जहां पर 18 से 50 लाख रुपये के बीच घर आसानी से मिल रहे थे. अब लगभग एक दशक के बाद नए क्षेत्र जैसे; सेक्टर 10, 12, और मौजूदा सेक्टरों में बची हुई लैंड पर अब नई तरह की और हाई एंड यूनिट्स ऑफर हो रही है।

जिन्हें प्रीमियम कैटेगिरी के खरीदारों को आकर्षित कर रही हैं. इसे जिले में उभरते आईटी और बुनियादी ढांचे के निवेश से जबरदस्त बढ़ावा मिला है. अब शुरूआती लेवल यूनिट की कीमत लगभग 2.5-3 गुना अधिक है. अगर प्राइस की बात करें तो 45 लाख रुपये से शुरू हो रही हैं. अधिकतम दाम 1 करोड़ रुपये तक तक जा रहा है।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के साथ सेक्टरों में सोसायटी में 2 बीएचके यूनिट की कीमत 80 लाख रुपये से 95 लाख रुपये के बीच है, जबकि नोएडा एक्सटेंशन में आपको यही यूनिट 50-70 लाख रुपये में मिल सकती है. नोएडा एक्सप्रेसवे पर 3 बीएचके यूनिट 95 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये से शुरू होती है जबकी इसकी तुलना में ग्रेटर नोएडा पश्चिम में 3 बीएचके के घर 65-80 लाख रुपये में उपलब्ध है।

संपत्ति की कीमतें और मांग

2016-2020 तक, अधूरी परियोजनाओं व मांग में कमी के कारण रियल एस्टेट के प्राइस स्टेबल थे. कई इंफ्रा प्रोजेक्ट्स निर्माणाधीन थीं. लेकिन 2022 के बाद, नोएडा एक्सटेंशन में कीमतें लगातार बढ़ी हैं. रेडी टू मूव प्रॉपर्टी की मांग ने गति पकड़ी है और 2020 में प्रॉपर्टी रेट्स लगभग 3,800-4,200 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2023 में लगभग 5,500-6,500 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है और कहीं-कहीं पर सुविधाओं के आधार पर 7,500-8,000 रुपये प्रति वर्ग फुट भी है।

रिपोर्ट के मुताबिक, बड़े घरों की मांग कम नहीं हुई है, मौजूदा सर्वेक्षण में 3 बीएचके ने एक बार फिर 2 बीएचके को पीछे छोड़ दिया है. महामारी के बाद जीवन सामान्य होने के बावजूद बड़े घर शीर्ष पसंद बने हुए हैं. लगभग 48 प्रतिशत संपत्ति खरीदने वाले अन्य विकल्पों की तुलना में 3 बीएचके पसंद करते हैं, जबकि 39 प्रतिशत अभी भी 2 बीएचके यूनिट्स पसंद करते हैं।

क्या हैं कारण

छोटे और मिड लेवल स्तर के प्रमोटरों को अवसर देने के बाद, इस क्षेत्र में प्रतिष्ठित डेवलपर्स का प्रवेश इस बदलाव का एक प्रमुख कारण है, जो अपनी कंसट्रक्शन क्वालिटी और समय पर परियोजना निर्माण के कारण संभावित खरीदारों के बीच अधिक विश्वास रखते हैं. एक अन्य प्रमुख कारक उन लोगों की डिस्पोजेबल आय जिसे हम खर्च योग्य धनराशि मानते है जो अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने में रियल एस्टेट में निवेश का चयन कर रहे हैं।

नोएडा एक्सटेंशन में संपत्ति की दर लगभग तीन गुना हो चुकी है जो अच्छे रिटर्न की अपेक्षा रखने वालों के लिए एक अच्छा सौदा है. इस बदलाव में निर्माण तकनीक ने भी अहम भूमिका निभाई है. ऊंची इमारतों के निर्माण में एल्युमीनियम शटरिंग के उपयोग ने यूनिट्स के साइज और संरचना की गुणवत्ता को प्रभावित किया है।

क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के सचिव श्री दिनेश गुप्ता कहते हैं कि हमने जनवरी 2023 से इस क्षेत्र में आवासीय और वाणिज्यिक दोनों संपत्तियों की मांग में आमूल-चूल बदलाव देखा है. नई सरकारी नीतियों और बुनियादी ढांचे पर जोर देने के साथ, खरीदारों ने इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि डेवलपर्स पिछले साल की तुलना में इस त्योहारी सीजन में अपनी पिछली बिक्री संख्या को पार कर जाएंगे।

कौन-कौन से चल रहे हैं प्रोजेक्ट्स

इस क्षेत्र में दो, तीन और चार-बेडरूम यूनिट्स की पेशकश करने वाली आवासीय परियोजनाएं हैं. प्रमुख परियोजनाओं में निराला एस्टेट (सेक्टर-टेकज़ोन 4), अरिहंत वन (सेक्टर 1), एपेक्स गोल्फ एवेन्यू (सेक्टर -1), एक्सोटिका ड्रीमविले (सेक्टर – 16बी), इरोस संपूर्णम (सेक्टर 2), आरजी लक्ज़री होम्स (सेक्टर-16सी) एटीएस होमक्राफ्ट हैप्पी ट्रेल्स (सेक्टर 10), और सीआरसी सब्लिमिस (सेक्टर 1) शामिल हैं. हाल ही में लॉन्च की गई और आगामी परियोजनाओं में सीआरसी जॉयस (टेकज़ोन 4), सेक्टर 16 में आरजी लक्ज़री होम्स चरण – 2, इरोस संपूर्णम चरण 2, पाम ओलंपिया चरण -2 (गौड़ सिटी सेक्टर 16 सी), सेक्टर 12 में सिविटेक स्ट्रिंग्स के साथ एलेडेको और अन्य डेवलपर्स हैं।

निवेशकों की ओर से बढ़ रही है डिमांड

आरजी ग्रुप के डायरेक्टर हिमांशु गर्ग के अनुसार रियल एस्टेट में निवेशकों का विश्वास बहुत बढ़ गया है, अच्छे डेवलपर्स नए घरों की सप्लाई में आगे आ रहे हैं. खरीदार उन्हें सुरक्षित निवेश के रूप में मान रहे हैं. संपत्ति की कीमतों में तीन गुना बढ़ोतरी को देखते हुए, पुराने यूजर्स और निवेशक मांग बढ़ा रहे हैं और बाजार में फिर से निवेश कर रहे हैं. आवासीय के बाद लोग रिटेल और ऑफिस स्पेस में रुचि दिखा रहे है।