Property News  : साल 2024 में घरों की बिक्री में आई गिरावट, इस राज्य में 10% की हुई बढ़ोतरी

Housing sales : साल 2024 की तीसरी तिमाही शुरू हो गई है। इसी के साथ ही पहली दो तिमाही के घरों की बिक्री के डाटा (home sales data) को जारी कर दिया गया है। जारी डाटा के अनुसार इसका डाटा कुछ अच्छा नही रहा है। साल की दूसरी तिमाही में लगातार गिरावट देखने को मिली है। लेकिन कुछ बड़े शहरों में पूरे 10% की बढ़ोतरी भी दर्ज की है। आइए जान लें इसके बारे में विस्तार से...
 

HR Breaking News, Digital Desk- प्रोपर्टी की खरीद-बेच (buying and selling of property) का काम ऐसा काम है जो कि कभी न रूकने वाला काम है। कोई नई संपत्ति खरीदता है तो कोई पुरानी बेच देता है। लेकिन हाल फिलहान प्रोपर्टी की इस खरीद-बेच में गिरावट दर्ज की जा रही है। हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि 2024 की अप्रैल-जून तिमाही (Q2) के दौरान आठ प्रमुख शहरों में आवास बिक्री (housing sale) में पिछली तिमाही (Q1) की तुलना में 6% की गिरावट आई है।

प्रोपर्टी की इतनी मांग (demand for property) में यह कमी कई कारकों के संयोजन के कारण है। अप्रैल और मई 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के कारण कुछ निवेशकों ने रियल एस्टेट खरीदारी से पहले प्रतीक्षा करने और देखने का दृष्टिकोण अपनाया।

इतना ही नही, डेवलपर समुदाय ने भी सावधानी बरती, सर्वेक्षण किए गए आधे शहरों में नए आवास प्रोजेक्ट (housing project) लॉन्च में भी  गिरावट आई। इससे पता चलता है कि डेवलपर्स ने चुनाव के बाद आर्थिक परिदृश्य स्पष्ट होने तक नई पेशकशों में देरी की होगी।

आए साल वृद्धि के आसार

साल की दूसरी तिमाही में प्रोपर्टी की खरीदारी में गिरावट (Decline in property purchases) के बावजूद, लंबी अवधि में आशावाद के कारण हैं। हालांकि पिछली तिमाही की तुलना में बिक्री में गिरावट आई है, फिर भी वे 2023 की अप्रैल-जून अवधि की तुलना में साल-दर-साल (YoY) 42% की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाते हैं। यह आवास के लिए निरंतर अंतर्निहित मांग को इंगित करता है।

जानकारी के अनुसार REA India के ग्रुप CFO और PropTiger.com के बिजनेस हेड विकास वधावन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि रियल एस्टेट निवेश के प्रति उपभोक्ता भावना 'बेहद सकारात्मक' बनी हुई है। यह भविष्य की वृद्धि के लिए एक मजबूत आधार का सुझाव देता है।

इस बार की नई केंद्र सरकार के गठन (Formation of new central government) के साथ, निवेश समर्थक केंद्रीय बजट की अपेक्षाएं (Union Budget Expectations) अधिक हैं। इससे बाजार में गतिविधि बढ़ सकती है, खासकर आगामी त्योहारी सीजन के दौरान, जो परंपरागत रूप से भारत में महत्वपूर्ण रियल एस्टेट खरीद का समय (real estate purchase time) होता है।

चेक करें बाकी शहरों में क्या रही स्थिति


जारी रिपोर्ट शहर-विशिष्ट (city-specific property purchasing) रुझानों पर भी प्रकाश डालती है, जिसमें आठ प्रमुख बाजारों में प्रदर्शन में भिन्नता का खुलासा किया गया है।

 बेंगलुरू में बिक्री में 30% की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जबकि दिल्ली-एनसीआर में 10% की वृद्धि देखी गई।

 

 

वहीं अहमदाबाद, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, पुणे और चेन्नई जैसे शहरों में Q1 2024 की तुलना में बिक्री में अलग-अलग डिग्री की गिरावट देखी (decrease in property purchasing) गई।

कुल मिलाकर, प्रॉपटाइगर रिपोर्ट अल्पकालिक कारकों के कारण भारतीय आवास बाजार में एक अस्थायी मंदी की तस्वीर पेश करती है। हालांकि, अंतर्निहित बुनियादी बातें मजबूत बनी हुई हैं, सकारात्मक उपभोक्ता भावना और एक सहायक नीतिगत माहौल की उम्मीदें आने वाली तिमाहियों में संभावित उछाल (hike in property purchasing) का संकेत देती हैं।