Delhi-NCR के इन इलाकों में रॉकेट की स्पीड से बढ़ रहे प्रोपर्टी के रेट, जानिए कितने रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई कीमत
HR Breaking News, Digital Desk- दिल्ली और गुरुग्राम को जोड़ने वाला द्वारका एक्सप्रेसवे एक प्रमुख रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बन गया है। पिछले पांच सालों में, यहां आवासीय संपत्तियों की कीमतें लगभग दोगुनी होकर 18,668 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं, जो मजबूत मांग को दर्शाती हैं। यह क्षेत्र निवेशकों और घर खरीदारों दोनों के लिए आकर्षक विकल्प है.
इसकी जानकारी प्रॉपइक्विटी के एक रिपोर्ट में दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, बेहतर सुविधाओं, अच्छी संपर्क व्यवस्था, तेजी से बढ़ती कॉमर्शियल एक्टीवीटीज और कीमतों में बढ़ोतरी के बीच द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के सबसे आकर्षक रियल एस्टेट डेस्टीनेशन में से एक बन गया है.
2010-2024 के दौरान इतने रेजिडेंशियल यूनिट्स-
प्रॉपइक्विटी के विश्लेषण के अनुसार, द्वारका एक्सप्रेसवे ने 2010 से 2024 के बीच 42,816 आवासीय यूनिट्स की पेशकश की, जिनमें से 41,899 यूनिट्स बिकीं. इस अवधि में प्रॉपर्टी के मूल्यों में 397 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 2010 में औसत दर ₹3,753 प्रति वर्ग फुट थी, जो 2024 में बढ़कर ₹18,668 प्रति वर्ग फुट हो गई.
निवेशकों की खास पसंद बनकर उभरा-
खासकर पिछले पांच साल में द्वारका एक्सप्रेसवे इलाका निवेशकों की खास पसंद बनकर उभरा है. साल 2020 में पेशकश मूल्य 9,434 रुपये प्रति वर्ग फुट था जो 2024 में करीब दोगुना होकर 18,668 प्रति वर्ग फुट हो गया. प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) समीर जसुजा ने कहा, द्वारका एक्सप्रेसवे (dwarka expressway) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मुख्य बाजार के रूप में उभरा है. 2025 से 2030 के बीच भी द्वारका एक्सप्रेसवे पर 18,000 से अधिक यूनिट्स पेश होने की उम्मीद है.
हालिया मूल्य वृद्धि के कारण, भारत निवेश के लिए एक आकर्षक रियल एस्टेट (real estate) गंतव्य बन गया है. एनएसई-सूचीबद्ध पीई एनालिटिक्स लिमिटेड, जो प्रॉपइक्विटी का संचालन करती है, देश का अग्रणी रियल एस्टेट डेटा और विश्लेषण मंच है.
रिटेल स्पेस, कॉर्पोरेट ऑफिस बन रहे हैं-
एक्सप्रेसवे के पास सेक्टर 109, 111, 113, 106, 103, 84, 85 और 115 में तेजी से विकास हो रहा है. यहां गेेटेड सोसाइटीज, लग्जरी अपार्टमेंट्स (luxuary apartments) और विला बन चुके हैं. हाई स्ट्रीट मार्केट्स, रिटेल और कॉर्पोरेट ऑफिस (coperate office) जैसे व्यावसायिक प्रोजेक्ट्स (projects) भी तेजी से विकसित हो रहे हैं, जो इस क्षेत्र को एक प्रमुख आवासीय और व्यावसायिक केंद्र बना रहे हैं.