Noida के इस इलाके में बनाए जाएंगे सबसे लग्जरी और सबसे महंगे फ्लैट, जानिये कितनी होगी एक फ्लैट की कीमत

Delhi NCR flat: अगर आप भी दिल्ली एनीसआर में घर (Flats) खरीदने की सोच रहे हैं तो ये जानकारी आपके लिए है। आप लग्जरी घरों के शौकीन हैं तो ये सपना आपका जल्द पूरा होने वाला है। नोयडा में अब तक के सबसे लग्जरी फ्लैट बनने जा रहे हैं। आईये नीचे बताते हैं इनकी पूरी डिटेल...

 

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)।  दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश (UP) के नोएडा में अब तक के सबसे महंगे अपार्टमेंट के लिए तैयार हो जाइए। फाइव स्टार होटलों की तरह ये लग्जरी फ्लैट तैयार किए जाएंगे। 

 

ये भी देखें : Delhi में अब तक की सबसे महंगी प्रोपर्टी डील, 477 करोड़ में हुआ एक घर का सौदा

 

दरअसल एनसीआर (NCR) स्थित रियल एस्टेट कंपनी भूटानी इंफ्रा भूटानी इंफ्रा (Bhutani Infra) नोएडा के सेक्टर 32 में एक उबर-लक्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट (Housing Project) विकसित करने की योजना बना रहा है। ये एक मिश्रित भूमि उपयोग प्रोजेक्ट होगी जिसमें एक मॉल और लगभग 60 विशाल, भव्य और महंगे अपार्टमेंट (Flats) तैयार किए जाएंगे।

 

 

भूटानी इंफ्रा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष भूटानी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में कुल 600 करोड़ रुपये खर्च होंगे। एक अपार्टमेंट (Noida Flats) की कीमत लगभग 12 करोड़ रुपये से शुरू होने की संभावना है। नोएडा मार्केट में अब तक इतनी कीमत कहीं नहीं है।  

ये भी जानें : अब Credit Card की पेमेंट लेट होने पर नो टेंशन, RBI ने बैंक ग्राहकों को दी बड़ी राहत

एक फ्लैट का होगा इतना साइज


आशीष भूटानी ने बताया कि ये एक सुपर-लक्जरी प्रोजेक्ट (Super Luxury Flats) होगा जहां बहुत बड़े आकार के फ्लैट तैयार किए जाएंगे। 
प्रोजेक्ट में केवल 60 फ्लैट पेश किए जाएंगे और फ्लैटों का आकार 5000 वर्ग फुट से शुरू होगा। इस साल के अंत तक ये प्रोजेक्ट लॉन्च होने की संभावना है। हर फ्लैटों की कीमत 12 करोड़ रुपये से शुरू होगी, अपार्टमेंट की लागत के फ्लोर और साइज के आधार पर कीमत अलग-अलग हो सकती है। 

ये भी जानें : 80 प्रतिशत घरों में गलत तरीके से बनती है अदरक वाली चाय, यहां जान लें सही तरीका

4 मंजिलों पर होगा एक फ्लैट


ये फ्लैट्स नोएडा के सेक्टर 32 में लॉजिक्स सिटी सेंटर मॉल (Logix City Center Mall) के पास बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट इमारत संभवत 30 मंजिला होगी, जिसमें पहले 4 मंजिलों पर एक मॉल होगा और शेष में रेसिडेंशियल कंपोनेंट (Residential Component) होगा। हाउसिंग कॉम्प्लेक्स और मॉल के लिए अलग-अलग एंट्री और एग्जिट का रास्ता होगा।