Tomato Rate : लगातार तेजी से बढ़ रहे टमाटर के दाम, आलू-प्याज ने भी निकाले 'आंसू'
sabji mandi bhav - मानसून के आने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत जरूर मिली है। लेकिन सब्जियों के लगातार बढ़ते भाव ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। आसमान को छूती सब्जियों की कीमत लोगों की परेशानी को बढ़ा रही है। अगर बात टमाटर की करें तो कहीं 100 के पार तो कहीं 80 रुपये किलो बिक रहा है। आलू और प्याज के दाम ज्यादा पीछे नहीं है। बढ़त लगातार जारी है। आइए जानते हैं आज का ताजा भाव -
HR Breaking News (ब्यूरो)। बारिश के सीजन का सबसे ज्यादा असर सब्जियों (Vegetables Price) के दाम में देखना को मिल रहा है. बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही स्थानीय किसानों के खेतों से निकलने वाली सब्जी की आवक कम हो गई है, जिसका सीधा असर सब्जियों की कीमत पर पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में महंगी हो रही सब्जियां आम नागरिक के लिए परेशानी बढ़ा रही हैं. यहां गरीब व मध्यम वर्ग की थाली से धीरे-धीरे सब्जियां कम होती जा रही हैं. लगातार बढ़ रहे सब्जियों के दाम ने किचन का बजट तो बिगाड़ ही रखा है, साथ ही वैवाहिक कार्यक्रमों में भी इसका असर देखा जा रहा है।
बारिश में टमाटर और भी लाल
महंगाई का सबसे ज्यादा असर टमाटर पर देखने को मिला है. गरीब और मध्यम तबके की थालियों से सब्जी का स्वाद बढ़ाने वाला टमाटर अब अलग होता जा रहा है. अगर लौकी, तोरई और भिंडी को छोड़ दिया जाए तो खाने की थाली के अहम प्याज और आलू सहित बाकी सभी सब्जियां 40 रुपये या इससे अधिक कीमत में बिक रही हैं. आधे महीने पहले करीब 20 रुपये प्रति किलो के दाम से बिकने वाला टमाटर वर्तमान में चार गुना बढ़त बनाकर 80 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है।
प्याज और आलू के दाम में भी बढ़ोतरी
इसी तरह 15 से 20 रुपये प्रति किलो बिकने वाली प्याज अब 40 रुपये प्रति किलो बिक रही है. वहीं 15 से 20 रुपये प्रति किलो बिकने वाला आलू भी 30 से 40 रुपये के बीच बिक रहा है. सब्जियों में स्वाद डालने वाले टमाटर ने किचन का बजट सबसे ज्यादा बिगाड़ रखा है. स्थानीय किसानों के खेतों से निकलने वाला यही टमाटर एक महीने पहले 10 से 20 रुपये प्रति किलो तक मिल रहा था, जो कि अब 80 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है. बढ़ी महंगाई के कारण गरीब की थाली से टमाटर दूर होता जा रहा है. जो व्यक्ति एक किलो टमाटर खरीद रहा था, वह अब आधा किलो या पाव भर में काम चला रहा है।
सब्जियां बाहर से आने की वजह से अधिक महंगाई
छतरपुर में अधिकतर सब्जियां बाहर से आ रही हैं, जिस कारण सब्जियों के दाम में इजाफा हो रहा है. सब्जी मंडी के थोक विक्रेता इब्बू खान ने इस संबंध में बताया कि यहां टमाटर बैंगलोर से आ रहा है, जबकि आलू इटावा से और प्याज इंदौर से आ रहा है. वहीं धनिया देवास से तो अदरक बरुआ सागर से आ रहा है. अधिकतर सब्जियां बाहर से आने के कारण यह महंगाई देखने को मिली है. भाड़े के साथ-साथ ये सब्जियां जहां से आ रही हैं वहां भी महंगी मिल रही हैं, इस वजह से आम लोगों की जेब पर दोहरी मार पड़ रही है।
प्याज के साथ आलू ने भी निकाले आंसू
टमाटर, आलू और प्याज (Potato and Onion Rate) सब्जियों में प्रमुख हैं. ऐसे में सब्जी का स्वाद बढ़ाने वाला टमाटर दिन प्रतिदिन महंगाई से लाल हो रहा है, तो वहीं सब्जी का राजा कहे जाने वाला आलू भी धीरे-धीरे महंगा हो रहा है. जो आलू 15 से 20 रुपये प्रति किलो मिल रहा था वह अब 30 से 35 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है. इसके साथ ही आंखों में आंसू निकालने वाली प्याज भी धीरे-धीरे और भी ज्यादा महंगी हो रही है।