कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई:अजमेर जेल में बंद लॉरेंस के सिर पर 6 हत्याएं, सलाखों के पीछे से गैंग कर रहा ऑपरेट, गुर्गाें के पास मिल रहे मोबाइल
राजस्थान-पंजाब व हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई की गैंग ने चूरू की गैंगवार में चार जनों को मार दिया। पिछले कुछ दिनों में ही चंडीगढ़ के सेक्टर 45 व फरीदकोट में कांग्रेसी नेता की हत्या का आरोप भी उसी के सिर पर है। क्योंकि उसका बहनोई गिरफ्तार किया जा चुका है।
पंजाब पुलिस की तफ्तीश कहती है कि यह गैंगवार राजस्थान की जेल में बैठे गैंगस्टर अंजाम दे रहे हैं। तो राजस्थान की जेल पुलिस ने दो महीने से ऑपरेशन फ्लश आउट चला कर बताया कि अजमेर जेल में बंद लॉरेंस के पास मोबाइल नहीं मिला। लेकिन जोधपुर सेंट्रल जेल से बरामद हुए मोबाइल व सिम लॉरेंस के गुर्गे पवन व विष्णु की बैरक से भी मिले हैं।
अब किस्सा उसके भाई अनमोल के पास भी 21 सितंबर 20 को मिले मोबाइल फोन का भी सुने। राजसमंद पुलिस के मुताबिक अनमोल ने वहां के एक व्यापारी को रंगदारी के लिए धमकाया। राजसमंद पुलिस ने जोधपुर जेल को बताया और बैरक की तलाशी ली तो मोबाइल बरामद हो गया। अब रातानाडा पुिलस ने जांच की, अनमोल को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ की। अनमोल ने कहा कि यह मोबाइल उसे एक बंदी दे गया था, जब उसकी जमानत हो गई थी। वह उस बंदी को नहीं जानता।
पुलिस ने आगे तफ्तीश नहीं, 8 जनवरी 21 को आरोप पत्र दाखिल कर दिया कि अनमोल के पास मोबाइल था। कहां से आया, उस मोबाइल से किससे से बात की यह जांच में नहीं है। अनमोल का ही दूसरा किस्सा यह भी है कि उसे जुलाई 20 में पंजाब पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर ले गई थी।
आरोप यह था कि उसने जेल में रहते हुए मुक्तसर इलाके के व्यापारी से 10 लाख की रंगदारी मांगी थी। व्यापारी ने वाट्स-ऐप कॉल को ब्लॉक कर दिया तो लॉरेंस के गुर्गे व्यापारी की लोकेशन लेकर उसकी दुकान तक पहुंच गए और धमकाया कि काॅल को ब्लॉक क्यों किया? गुर्गों ने अपने मोबाइल से अनमोल व लॉरेंस से बात कराई। इस तरह पंजाब पुलिस इस गैंग पर पूरा संदेह करते हुए मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच करवा रही है।
लाॅरेंस के नाम भी इस्तेमाल कर रहे हैं छोटे-मोटे बदमाश
गैंगस्टर लॉरेंस के नाम से भी लोगों को धमकाने के मामले हैं। सोपू नामक संगठन से उससे हजारों युवा जुड़े हुए हैं और उसके फेसबुक अकाउंट कई लोग संचालित कर रहे हैं। भास्कर ने ऐसे ही बीकानेर के नया शहर में इसी साल जनवरी में हुई एफआईआर की जांच की।
यहां टाटा कंसलटेंसी के एमओ वर्चस्वी गागल को लॉरेंस के नाम से फोन पर धमकियां दी गई थी। नया शहर थानाधिकारी गोविंदसिंह ने बताया कि जांच के बाद उन्होंने सुरेंद्र हाडला नाम के बदमाश को गिरफ्तार किया था। मोबाइल कॉल की जांच से पता चला कि हाडला ने यह फोन किया था।
एक तरफ लॉरेंस को एनकाउंटर का भय
लॉरेंस ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका लगा रखी है कि उसकी हत्या हो सकती है। दूसरी सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका है कि पंजाब पुलिस उसका फर्जी एनकाउंटर कर सकती है। पंजाब पुलिस उसे 4 केस में पूछताछ के लिए ले जाना चाहती है। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट से जारी हो चुके उसके ट्रांजिट वारंट पर 22 मार्च तक रोक लगा रखी है।
दूसरी ओर जेल से वीडियो वायरल से माहौल बनाता
2 दिन पहले अजमेर जेल में बंद लॉरेंस व भरतपुर जेल में बंद विक्रम उर्फ लादेन की वीडियो कॉल की क्लिप वायरल हुई। इस बारे में जेल डीजी राजीव दासोत का कहना है कि यह पुरानी वीडियो है। जेल से बाहर घूम रहे उसके गुर्गे ऐसे वीडियो और फोटो से लॉरेंस के नाम का खौफ बनाते हैं ताकि रंगदारी का खेल चल सके। जबकि लॉरेंस जिस सेल में बंद है, वहां नेटवर्क तक नहीं है।
राजस्थान-पंजाब में फरवरी की इन वारदातों का आरोप लॉरेंस के सिर पर
- चंडीगढ़ के सेक्टर 45 की वाल्मिकी कॉलोनी में बीस दिन पहले सोनू, रोनी और जोगिंदर पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी। तीनों गंभीर घायल हुए, अस्पताल पहुंचने तक सोनू की मौत हो गई। मौत की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने सोशल मीडिया पर ली थी।
- फरीदकोट में कांग्रेसी नेता गुरलाल पहलवान की गोली मार कर हत्या की थी। पंजाब पुलिस ने इसमें लॉरेंस का हाथ बताया और मास्टर माइंड लॉरेंस का सहयोगी गोल्डी बरार निकला जो कनाडा से कार्टेल चला रहा है। हत्याकांड में लॉरेंस का बहनोई गिरफ्तार किया गया है।
- हाल ही 5 फरवरी को राजस्थान के चूरू में हुई गैंगवार में प्रदीप, ईश्वर, निहाल और नीरज की हत्या हो गई थी। इन चारों पर लॉरेंस के सहयोगी संपत नेहरा ने फायरिंग की थी। गैंगवार लॉरेंस व प्रदीप स्वामी की दुश्मनी में हुई थी।