Abroad study scholarships : विदेश में पढ़ाई करने का सपना पूरा करेगी भारत सरकार, अब पैसे की टेंशन नहीं
कई छात्रों का सपना होता है कि वे विदेश में पढ़ाई करें, लेकिन हर किसी का यह सपना पूरा नहीं हो पाता है इसमें सबसे बड़ी समस्या पैसों को लेकर होती है।
abroad study scholarships: यूनिवर्सिटीज में अप्लाई करने से पहले स्टूडेंट्स को न केवल इनकी फीस, बल्कि उस देश में 2-4 साल तक रहकर पढ़ने के खर्च के बारे में भी सोचना होता है। जिसके लिए कई छात्र अपने इस सपने को पूरा करने के लिए एजुकेशन लोन तक लेते हैं, लेकिन अब बिना लोन लिए ही आपका यह सपना पूरा हो सकता है।
केंद्र सरकारी की योजनाओं का उठा सकते हैं फायदा
abroad study scholarships आज के समय में केंद्र सरकार की कई ऐसी योजनाएं हैं जो आपके विदेश में पढ़ने के सपने को पूरा कर सकती हैं। केंद्र सरकार की योजना हर साल 4 हजार छात्रों को विदेश में पढ़ने के लिए भेजने की है। इसके लिए सरकार 5 योजनाओं के जरिए छात्रों के विदेश में पढ़ने का सपना पूरा कर रही है। ये योजनाएं- राष्ट्रीय विदेशी छात्रवृत्ति (National Foreign Scholarship), राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति (National Overseas Scholarship), पढ़ो परदेस (Padho Pardes), यूजीसी की छात्रवृत्ति (UGC Scholarship) और सांस्कृतिक और शैक्षिक विनिमय कार्यक्रम छात्रवृत्ति (Cultural and Educational Exchange Program Scholarship) हैं। बस इन स्कॉलरशिप के लिए आपको कुछ नियमों को पूरा करना होगा और उसके बाद केन्द्र सरकार आपके विदेश अध्ययन का खर्च उठाएगी।
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विदेश में पढ़ाई के लिए अप्लाई से पहले इन बातों का रखें ध्यान (abroad study scholarships)
- आप ऐसी यूनिवर्सिटीज में सीधे अप्लाई करें जहां एजुकेशन खर्चीली न हो
- अगर विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं तो याद रखें कि एजुकेशन एक्सचेंज प्रोग्राम्स (EEP) भी सस्ती एजुकेशन पाने के अच्छे तरीके हैं। भारत सरकार ने 50 से भी अधिक देशों से शिक्षा के क्षेत्र में एमओयूज साइन किए हैं जो भारतीय स्टूडेंट्स की आंशिक या पूर्ण स्कॉलरशिप्स पाने में मदद करते हैं।
- आप पीएचडी व एमएस स्कॉलर्स, असिस्टेंटशिप के लिए प्रयास कर सकते हैं, इससे आप ग्रेजुएट असिस्टेंट, टीचिंग असिस्टेंट, रिसर्च असिस्टेंट व ग्रेजुएट रिसर्च असिस्टेंट बन सकते हैं।
- विदेश के अलग-अलग देशों में पढ़ने के फायदे भी अलग-अलग हो सकते हैं। ऐसे में आप अपनी पसंद व परिस्थिति के अनुसार, देश का चुनाव कर सकते हैं।
- आपको ध्यान रखना होगा कि नॉर्वे व स्लोवेनिया जैसे कई देशों की यूनिवर्सिटीज में फीस काफी कम होती है। आप ऐसे देशों में पढ़ाई करने का विचार कर सकते हैं। साथ ही अगर भाषा आपके लिए रुकावट नहीं है तो आप जर्मनी व ब्राजील का भी रुख कर सकते हैं।
- अगर पढ़ाई के लिए यूएस जाना चाहते हैं तो ध्यान रखें कि यूएस में एमएस के लिए स्कॉलरशिप मिलने की संभावना एमबीए से कहीं अधिक होती है। ऐसे में अपनी डिग्री और उसके लिए स्कॉलरशिप मिलने की संभावना के अनुसार, देश व यूनिवर्सिटी का चुनाव करें।
- आपको शायद पता होगा कि जर्मनी में अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम्स फ्री होता है, वहीं फ्रांस में इंटरनेशनल स्कॉलरशिप्स की संख्या बहुत अधिक होती है। ऐसे में छात्रों के लिए सही देश व यूनिवर्सिटीज सेलेक्ट करना बहुत महत्वपूर्ण है।
- वहीं अगर आप पढ़ाई के लिए कनाडा या न्यूजीलैंड जाने की सोच रहे हैं तो बीस घंटे प्रति सप्ताह तक का पार्ट-टाइम वर्क आपकी स्टूडेंट वीजा पाने में काफी मदद कर सकता है। इससे आप अपनी ट्यूशन फीस को काफी हद तक कवर कर सकते हैं।
- वहीं अगर आप जर्मनी, पोलैंड, स्लोवेनिया व नॉर्वे में पढ़ाई करने की सोच रहे हैं, तो ध्यान रखें कि यहां पर आपको फीस से छूट मिल सकती है।
- कनाडा व न्यूजीलैंड में वर्क-स्टडी अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है, जिसके जरिए आप ट्यूशन फीस से बच सकते हैं या स्पॉन्सर्ड एजुकेशन भी प्राप्त कर सकते हैं।
- नॉर्वे व स्वीडन जैसे देशों में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए गवर्नमेंट-फंडेड स्कॉलरशिप्स अच्छा सहारा बन सकती हैं।
- अगर आप यूएस में पढ़ाई कर रहे हैं तो यहां आपको स्कॉलरशिप मिलने की संभावना ज्यादा रहेगी। वहीं करियर में जल्दी अप्लाई करने से भी आपको अच्छी स्कॉलरशिप मिल सकती हैं।
- भारत के ज्यादातर स्टूडेंट्स सोचते हैं कि विदेश में पढ़ाई करना एक बहुत ही खर्चीला ऑप्शन है। लेकिन इस मामले में स्कॉलरशिप्स व बर्सरीज आपकी सहायता कर सकती हैं।
- भारत में स्कॉलरशिप्स दो प्रकार की होती हैं, एक वे जिनमें ट्यूशन फीस से छूट प्रदान की जाती है और दूसरी वे जिनमें स्टूडेंट्स के रहने का खर्च वहन किया जाता है। आप अपनी परिस्थिति के अनुसार, इनमें से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं।
- किसी यूनिवर्सिटी में अप्लाई करने से पहले आप ऐसी यूनिवर्सिटीज के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं जो अपने एंट्रेंस टेस्ट्स कंडक्ट करती हैं और उनमें से सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप भी उपलब्ध करवाती हैं।
- देश में होने वाली जीमैट, जीआरई व सैट जैसे एग्जाम में अगर आप काफी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आपको ट्यूशन फीस भरने के लिए अच्छी स्कॉलरशिप मिल सकती हैं।
- अगर आपके पास वर्क एक्सपीरिएंस है तो यह आपको अन्य कैंडिडेट्स पर बढ़त दे सकता है। अगर आपके पास इंटर्नशिप जैसा कोई अनुभव है तो वह आपकी स्कॉलरशिप्स पाने में काफी सहायता कर सकता है।
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