Business Idea : आलू ने इस परिवार को बना दिया 25 करोड़ का मालिक, बताया कमाई का राज
Agriculture Idea : अगर आप भी किसान हैं और खेती को वैज्ञानिक ढंग से करना चाहते हैं तो हम आपके लिए एक खास चीज की खेती का आइडिया लांए हैं।
HR Breaking News (ब्यूरो) : खेती से करोड़ों की कमाई की जा सकती है. जी हां, नए जमाने में खेती को वैज्ञानिक ढ़ंग से करें तो कोरोड़ों कमाना मुश्किल नहीं है. ऐसा ही कुछ एक गुजराती परिवार कर रहा है.10 लोगों का यह परिवार साल में औसतन 20000 टन आलू उगा कर एक साल में 25 करोड़ रुपये कमा रहे है. ये परिवार एक खास किस्म लैडी रोसेटा (Lady Rosetta) आलू की खेती करता है. जिसका इस्तेमाल आलू चिप्स और वेफर्स बनाने में किया जाता है.
गुजरात के अरवल्ली जिले के डोलपुरा कंपा गांव में रहने वाले जितेश पटेल 26 साल से आलू की खेती कर रहे है. वो अपना माल आईटीसी जैसी बड़ी कंपनियों को बेचते है. ये कंपनियां उससे चिप्स और वेफर्स बनाती है.
ये भी पढ़ें : लोगों ने कहा था "तुमसे ना हो पाएगा", पाँचों युवाओं ने बनकर दिखाया IAS-IPS
ऐसा शुरू की आलू की खेती
अखबार को दिए एक इंटरव्यू में पटेल ने बताया को कि उनकी जिदंगी खेती से बदली है. वो एमएससी करने के बाद नौकरी करने नहीं गए. बल्कि, पारिवारिक बिजनेस यानी खेती में लौट आए. उनका परंपरागत बिजनेस आलू की खेती है.
जितेश पटेल ने बताया कि साल 2007 में 10 एकड़ जमीन पर लैडी रोसेटा किस्म के आलू की खेती शुरू की. पैदावार अच्छी होने पर परिवार ने भी उनका साथ दिया. उन्होंने बताया कि वो आजकल 1000 एकड़ में जमीन में सिर्फ इसी किस्म के आलू उगाते हैं. उनके परिवार के सभी 10 सदस्यों में विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता है.
जानकारों का कहना है कि बाजार में इस प्रजाति के आलू की मांग बढ़ी है. आलू चिप्स कंपनियों की तरफ से लगातार बढ़िया गुणवत्ता वाले चिप्स की मांग आ रही है. इसके अलावा विदेशों से भी अच्छी मांग है.
ये भी पढ़ें : भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन घुमाएगी पूरा देश, चैक करें 8 दिन का खर्चा
आलू की खेती के लिए जरूरी बातें
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि आलू की खेती करने से पहले मिट्टी की जांच करा लेनी चाहिए. जिस खेत में आप आलू की खेती करने वाले हैं. क्योंकि इससे आलू की खेती के लिए सही अंदाजा लगा पाएंगे.
(स्टेप-1) जमीन तैयार करने के लिए सबसे पहले उसकी 2-3 बार गुड़ाई करके छोड़ देना चाहिए उसके बाद ज़मीन की जुताई करनी होगी.
(स्टेप-2) पौधो को रोपने से पहले मिट्टी की जरुरत के अनुसार खाद का इस्तेमाल करना चाहिए.
(स्टेप-3) आलू की बुआई उचित समय पर न की जाए तो उसकी पैदावार सही नहीं होती है. आलू की बुआई ऐसे समय में करनी चाहिए. जब तापमान अधिकतम 30 से 32 डिग्री हो और न्यूनतम 18 से 20 डिग्री हो.
(स्टेप-4) आलू के पौधे पौधारोपन के तुरंत बाद या 2-3 दिनों के बाद ( मिट्टी की नमी पर निर्भर करते हुए ) रोशनी और सिंचाई का प्रति उत्तर देना शुरू कर देतें हैं . मिट्टी की संरचना और तापमान के अनुसार आम तोर पर 3 से 5 काफी होती हैं .सबसे जरूरी बात
कषि वैज्ञानिक बताते हैं कि समय से बुवाई और रोग मुक्त बीजों का ही चयन करें. आलू में कई रोग होते हैं. इसमें अक्सर पछेती झुलसा रोग हो जाता है. अगर किसान आलू के बीज की खेती करते हैं तो जनवरी फरवरी में सफेद मक्खी का खतरा रहता है. ऐसे में आलू की फसल के सारे पत्ते काट देने चाहिए. आपको ये कोशिश करनी चाहिए कि कम से कम पेस्टीसाइड या इंसेक्टिसाइड डालना पड़े, इसलिए सबसे जरूरी है, नियमित रूप से अपने खेत को चेक करते रहें.