Relationship Tips - इन चीजों की वजह से शादी के बाद एक साल तक परेशान रहते है पति-पत्नी
HR Breaking News, Digital Desk- शादी करने का फैसला किसी भी इंसान के लिए आसान नहीं होता, जब लड़का और लड़की एक नई जिंदगी की शुरुआत कर रहे होते हैं तो चैलेंजेज आना लाजमी है और यही चुनौतियां टेंशन की वजह बन जाती है. मैरिज कई लोगों के लिए लाइफ का एक बड़े रिस्क की तरह होता है,
वो काफी वक्त तक इसे टालने की कोशिश करते हैं, लेकिन एक समय ऐसा आता है जब इस रिस्क को उठाना ही पड़ता है. कहा जाता है कि किसी भी मैरिड कपल के लिए शादी का पहला साल आसान नहीं होता, आइए जानते हैं कि वो कौन-कौन सी बातें है जो एक नवविवाहित जोड़े को परेशान करती हैं.
शादी के एक साल तक इसलिए परेशान रहते हैं कपल-
1. जिम्मेदारियों का बोझ-
इस बात में जरा भी शक नहीं कि शादी के बाद लड़के और लड़की दोनों की जिंदगी पूरी तरह से चेंज हो जाती है. आपकी लाइफ इजी गोइंग नही रहती और आप बेपरवाह जिंदगी की ख्वाहिश नहीं कर सकते. शादी के बाद कपल की जिम्मेदारियां बढ़ जाती है. आमतौर पर फाइनेंशियल रिस्पॉन्सिबिलिटी लड़के पर आती है और घर की जिम्मेदारी लड़की पर. ऐसे में मर्द हर छोटे बड़े खर्चे को लेकर अलर्ट हो जाते हैं, वहीं लड़की इस बात कि कोशिश करती है कि वो घरेलू जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाए. ऐसे में कई बार दोनों के व्यवहार में अंतर आने लगता है, लेकिन ये दोनों के लिए बदलाव का दौर होता है.
2. नए परिवार को अपनाना-
शादी के पहले किसी भी इंसान का एक ही परिवार होता है, लेकिन मैरिज के बाद आपके जीवनसाथी का परिवार भी आपका अपना हो जाता है. ऐसे में नए परिवार को अपना दोनों के लिए आसान नहीं होता, हलांकि लड़की के लिए ज्यादा मुश्किलें आती हैं क्योंकि उन्हें पति की फैसली के साथ एडजस्ट होने टाइम लगता है. वहीं हस्बैंड इस बात की कोशिश करते हैं कि वो अपने सास-ससुर को भी अपने पैरेंट्स की तरह सम्मान दे ताकि पत्नी से उनका मधुर संबंध बरकरार रहे. ऐसे में 'क्या करें' और 'क्या न करें' को लेकर उलझन बरकरार रहती है.
3. भविष्य को लेकर चिंता-
शादी से पहली लड़का और लड़की दोनों की जिंदगी थोड़ी बेपरवाह सी होती है, लड़के खुले हाथों से खर्च करते हैं, लड़कियां भी अपनी सेविंग्स को लेकर इतना टेंशन नहीं लेतीं. वहीं शादी के बाद हालात पूरी तरह बदल जाते हैं और दोनों को अपने आने वाले फ्यूचर, बच्चों की चिंता सताने लगती है. और फिर दोनों ही फाइनेंशियल प्लानिंग और बेहतर करियर को लेकर जोर देने लगते हैं.