Success Story - पहले ही प्रयास में क्रैक की UPSC परीक्षा, तैयारी टिप्स जानकर हो जाएंगे हैरान 

 IAS Ananya Singh - आज हम आपको अपनी सक्सेस स्टोरी में आईएएस अनन्या सिंह की कहानी बताने जा रहे है। जिन्होंने पहले ही प्रयास में पास कर ली थी यूपीएससी की परीक्षा। इनकी तैयारी के टिप्स जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान। आइए निचे खबर में जानते है इनकी पूरी कहानी।  

 

HR Breaking News, Digital Desk- आईएएस बनने का सपना प्रत्येक वर्ष लाखों आंखें देखती हैं, लेकिन जिनके अंदर जज्बा, जूनून और त्याग होता है वही अपने सपने को साकार कर पाते हैं. मिलिए प्रयागराज की अनन्या सिंह से, जो महज 22 साल की उम्र में आईएएस ऑफिसर बन गई. केवल एक साल की तैयारी के बाद वो यूपीएससी द्वारा आयोजित देश की सबसे कठिन परीक्षा “सिविल सेवा परीक्षा” को क्रैक करने में सफल रही.

आईएएस अनन्या सिंह ने 51वीं अखिल भारतीय रैंक हासिल की थी. अनन्या बचपन से ही आईएएस ऑफिसर बनना चाहती थीं. उन्होंने स्नातक के अंतिम वर्ष में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. शुरुआत में हर दिन लगभग 7-8 घंटे पढ़ाई करती थी. बाद में, उन्होंने छह घंटे का स्टडी टाइम टेबल बनाया और उसी के अनुसार तैयारी करने लगीं. आईएएस अनन्या सिंह यूपीएससी की प्रारंभिक और मुख्य दोनों परीक्षा की तैयारी साथ-साथ किया करती थी.

यूपीएससी परीक्षा में सफल होने के बाद उन्होंने अपनी रणनीति साझा की थी. अनन्या ने पहले पाठ्यक्रम के अनुसार किताबें इकट्ठा कर लीं उसके बाद तैयारी की शुरुआत की. इसके साथ ही वह हैंड नोट्स भी बनाती थी. उनके अनुसार नोट्स बनाने के दो फायदे थे, एक कि वे छोटे और क्रिस्प होते थे, जिससे तैयारी और रिवीजन में बहुत मदद मिली. साथ ही नोट्स लिखते समय उत्तर याद हो जाते हैं.

सिंह बचपन से ही हमेशा टॉपर रही हैं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल, प्रयागराज से पूरी की थी. आईएएस अनन्या सिंह ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 96 फीसदी अंक हासिल किए थे, जबकि 12वीं में 98.25 फीसदी अंक हासिल किए थे. अनन्या 10वीं और 12वीं दोनों में सीआईएससीई बोर्ड से डिस्ट्रिक्ट टॉपर रही हैं. स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद, सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में स्नातक की डिग्री प्राप्त की.

साल 2019 के यूपीएससी सीएसई में 51वीं रैंक हासिल करते हुए उन्होंने इतिहास रच दिया. सिंह का कहना है कि सिविल परीक्षा का परिणाम देखने के बाद उन्हें खुद अपनी रैंक पर विश्वास नहीं हो रहा था. उन्होंने महज 22 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बनने का उनका बचपन का सपना पूरा कर लिया था. आईएएस अनन्या सिंह फिलहाल पश्चिम बंगाल कैडर में तैनात हैं.