Success Story : कोचिंग छोड़कर खुद के दम पर हासिल की IAS की वर्दी

IAS Muskan Dagar Success Story : सफलता की कहानी तो आपने बहुत सुनी होगी लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला आईएएस अफसर के बारे में बताने जा रहे है जिनकी सफलता की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है, इन्होने कोचिंग छोड़कर खुद के दम पर हासिल की आईएएस की कुर्सी, आइए खबर में जानते है इनके बारे में विस्तार से।

 

HR Breaking News, Digital Desk - संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा को सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। लाखों अभ्यर्थी यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करते हैं और इसे पास कर प्रशासनिक सेवा में शामिल होने का सपना देखते हैं। हालांकि प्रतिवर्ष लाखों में से कुछ ही अभ्यर्थी यूपीएससी की परीक्षा (upsc exam) पास कर पाते हैं।


इन्हीं कुछ अभ्यर्थियों में महिलाओं की भी सहभागिता है। लड़कियां भी प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के सपने को लिए कड़ा परिश्रम करती हैं और परीक्षा पास करके आईएएस-पीसीएस बनती हैं। इन्हीं महिला अधिकारियों में एक नाम आईएएस मुस्कान डागर(IAS Muskaan Dagar) का है। मुस्कान डागर की सफलता की कहानी रोचक होने के साथ ही प्रेरणादायक भी है। आइए जानते हैं आईएएस मुस्कान डागर के बारे में।

 


कौन हैं मुस्कान डागर

मुस्कान डागर एक आईएएस अधिकारी हैं, जो हरियाणा में झज्जर के सेहलंगा गांव की रहने वाली हैं।

मुस्कान का जीवन परिचय और शिक्षा

मुस्कान ने अपने जिले से शुरुआती स्कूली शिक्षा पूरी की और बाद में दिल्ली के हिंदू कॉलेज से बीएससी में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा देने का निर्णय लेते हुए तैयारी शुरू कर दी।

बिना कोचिंग पास की मुस्कान ने UPSC परीक्षा

मुस्कान ने यूपीएससी की तैयारी की और परीक्षा दी, हालांकि उन्हें 474 रैंक हासिल हुई। मुस्कान ने परीक्षा में अच्छी रैंक लाने के लिए अधिक मेहनत की और इस वर्ष यूपीएससी ऑल इंडिया रैंक 72 प्राप्त की।

मुस्कान ने शुरुआत ने महज चार महीने की कोचिंग की लेकिन बाद में उन्होंने कोचिंग छोड़कर खुद से ही पढ़ाई पर ध्यान दिया। मुस्कान के फैसले और परिश्रम में परिवार ने भी उनका काफी साथ दिया।