Success Story : IAS बनने के लिए छोड़ी डॉक्टरी, पहले ही प्रयास में क्लियर किया UPSC एग्जाम

Success Story : दरअसल, आज यूपीएससी (UPSC) सीएसई परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों में उन उम्मीदवारों के नाम भी शामिल हैं जिन्होंने इंजीनियरिंग, एमबीए और मेडिकल क्षेत्र को छोड़कर इस परीक्षा में बाजी मारी है। ऐसी ही एक कहानी है आईएएस अधिकारी अर्तिका शुक्ला (IAS officer Artika Shukla) की कहानी हैं। जानिए इनकी सफलता की पूरी कहानी...
 

HR Breaking News, Digital Desk - UPSC Success Story : हम सब जानते हैं कि यूपीएससी की परीक्षा (upsc exam) देश की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती हैं। लकिन फिर भी हर साल देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में भाग लेते हैं। पहले यह माना जाता था कि यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले लोग इतिहास, भूगोल या सामान्य विषयों में स्नातक की डिग्री लेते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, आज बड़ी संख्या में अन्य क्षेत्रों - इंजीनियर, एमबी, बैक मैनेजर आदि से मेडिकल छात्र यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (upsc civil services exam) में भाग ले रहे हैं। तो आइए जानते हैं आईएएस अधिकारी अर्तिका शुक्ला (IAS officer Artika Shukla ki success story) की पूरी कहानी के बारे में...


अर्तिका शुक्ला (Artika Shukla) 2015 में यूपीएससी UPSC सीएसई के लिए उपस्थित हुईं और पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 4 के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की. यह वही साल थी जब आईएएस IAS अधिकारी टीना डाबी ने भी एआईआर 1 के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की, अतहर आमिर खान AIR 2 और जसमीत सिंह ने AIR 3 रैंक हासिल की थी।

अर्तिका शुक्ला (Artika Shukla) बनारस की रहने वाली हैं। और इन्होंने दिल्ली के मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री (MBBS degree) है. इसके बाद एमडी की डिग्री हासिल करने के लिए पीजीआईएमआईआर, चंडीगढ़ चली गईं. इसी दौरान उनके भाई ने उन्हें यूपीएससी UPSC सीएसई की तैयारी करने का सुझाव दिया. उन्हें भी यह विचार अच्छा लगा और वह तैयारियों में जुट गईं।


अपने भाई से प्रेरित होकर उन्होंने एमडी बीच में ही छोड़ दी और यूपीएससी (UPSC) की तैयारी शुरू कर दी। डीएन की रिपोर्ट के मुताबिक अर्तिका ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (upsc civil services exam) की तैयारी के लिए कोचिंग नहीं ली. सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए वह अपने भाई के नोट्स पढ़ती रहीं। हालाँकि, उन्हें यूपीएससी सीएसई क्वालिफाई करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी।