हरियाणा पुलिस कांस्टेबल पेपर लीक मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी; जम्मू-कश्मीर से लीक पेपर, फिर हिसार पहुंचा
करनाल। हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में कैथल पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने खुलासा खुलासा किया है कि पेपर जम्मू-कश्मीर से लीक हुआ था। उसके बाद पेपर हिसार पहुंचा। खांडा-खेड़ी के राजकुमार को हिसार तक पेपर लाने के लिए 20 लाख रुपए मिले थे।
इस मामले में अब तक कैथल में 17 और करनाल में 7 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। जिनमें से कैथल में 12 और करनाल में 7 लोगों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहां के एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि खांडा-खेड़ी निवासी राजकुमार ने 20 लाख रुपए लेकर जम्मू-कश्मीर से लेकर पेपर को हिसार निवासी नरेंद्र के पास पहुंचाया था। इसके लिए नरेंद्र से एक करोड़ रुपए की डील तय की हुई थी, इसके बाद नरेंद्र ने पेपर को बालाजी डिफेंस एकेडमी के संचालक रमेश को दिया था। नरेंद्र व रमेश ने अपने-अपने संपर्क के लोगों में 12 से 18 लाख रुपए तक में सप्लाई की।
अभी मुख्य आरोपी सिपाही पकड़ना बाकी
इस मामले में हरियाणा सरकार लिखी बोलेरो गाड़ी को डिटेक्टिव स्टाफ करनाल की टीम ने गन्नौर के खुबड़ से बरामद कर लिया है। बोलेरो गाड़ी आरोपी पुलिस कर्मचारी लोकेश के पिता के नाम पर है। आरोपी लोकेश तीन दिन के रिमांड पर है, जबकि मुख्य आरोपी सिपाही प्रवेश फरार चल रहा है। गुरुवार को पुलिस ने 5 दिन के रिमांड पर चल रहे रौनक, मोहित, विक्की व बिजेंद्र को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
पुलिस सिपाही पद की परीक्षा में करनाल में तीन जगहों पर फर्जीवाड़े का मामल सामने आया था। डिटेक्टिव स्टाफ ने सूचना के आधार पर कर्ण लेक पार्किंग से आरोपी रौनक और मोहित को गिरफ्तार किया था। आरोपी रौनक ने खुलासा किया था कि उसकी जगह पर आरोपी विक्की पेपर दे रहा है।
पकड़े जाने पर विक्की ने बताया कि उसकी परीक्षा इसी सेंटर में उसकी जगह पर बिजेंद्र दे रहा है। पुलिस ने बिजेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान दो आरोपी पुलिस कर्मचारी फरार हो गए। इसमें पुलिस ने एक पुलिस कर्मचारी लोकेश को गिरफ्तार करके तीन दिन के रिमांड पर लिया। लोकेश से पता चला कि आरोपियों से 6-6 लाख रुपए में पेपर दिलवा रहे थे। वहीं मुख्य आरोपी प्रवेश को पकड़ना अभी बाकी है।