Liquor : हर रोज शराब पीने का करता है मन तो जान लें ये 4 बातें, पा लेंगे छुटकारा
Wine Beer : शराब का पहला पेग पीते ही व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव आने लगता है। दो तीन पेग अंदर जाते ही इंसान झूमने लगता है। और कुछ देर के लिए इंसान दुख, दर्द, गम सबकुछ भूल जाता है। ऐसे में वह धीरे-धीरे रोज ही पीने लगते हैं. एक समय ऐसा आता है जब उन्हें शराब की लत लग जाती है और वो रोज पिए बिना नहीं रह सकते हैं. बहुत से लोग समझ ही नहीं पाते कि उन्हें शराब की लत लगी है, अगर आप हर रोज शराब पीते हैं तो ये चार बातें जरूर जान लें...
HR Breaking News, Digital Desk - 'कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई, 'आओ कहीं शराब पिएँ रात हो गई, शराब पीने वाले इस शायर का मतलब बखूबी जानते हैं। शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे यह नहीं पता होगा कि शराब पीना स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक हो सकता है। पर एकबार जब शराब पीने की आदत (habit of drinking alcohol) लग जाती है, तो उसे छोड़ पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इंसान बहुत बार चाहता है कि वह इस गंदी आदत को छोड़ दे, लेकिन उसका खुद पर नियंत्रण ही नहीं रहता। किसी भी नशे को लत (addicted to drugs)बनने में वक्त नहीं लगता है, और फिर एक समय ऐसा आता है जब इंसान इसकी चंगुल में फंसकर तिल-तिल कर मरने लगता है। इस समय सबसे जरूरी है कि आप अपनी इस लत पर नियंत्रण पाएं।
हालांकि कई ऐसे मामले हैं जिनमें लोगों ने इस बुरी आदत से निकलने में सफलता प्राप्त की है, लेकिन इसके लिए बहुत अधिक संयम और धैर्य की जरूरत होती है। कई मामलों में लोगों ने खुद ही शराब की लत को परिस्थितियों के बल पर छोड़ दिया है, पर कई मामले ऐसे भी हैं जिनमें उन्होंने डॉक्टरों की मदद से इसे छोड़ा है। बाजार में कई ऐसी दवाइयां मौजूद हैं जो यह दावा करती हैं कि उनके इस्तेमाल से नशे की लत छूट जाती है, पर कई ऐसे मामले भी हैं जिनमें इन दवाइयों का असर नहीं हुआ है। अगर आपको भी शराब के नशे की लत (alcohol addiction) है, तो सबसे पहले आपको खुद को सकरात्मक बनाने की जरूरत है। आप चाहें लाख दवाइयां ले या फिर डॉक्टरी सलाह ले, पर जब तक आपका मन मजबूत नहीं है, आप कुछ भी नहीं कर सकते।
खुद को काम में व्यस्त रखने की कोशिश करें
यह बेहद कारगर और भरोसेमंद उपाय है. अगर आपको शराब पीने की तलब (urge to drink alcohol) महसूस हो रही है तो सबसे पहले खुद को किसी दूसरे काम में उलझाने की कोशिश कीजिए. आप चाहें तो पास के ही किसी पार्क में टहलने जा सकते हैं, किताब पढ़ सकते हैं या फिर व्यायाम का सहारा ले सकते हैं.
खुद पर काबू करें
शराब की लत छोड़ने के लिए अगर आप अपनों की मदद लें तो और भी अच्छा रहेगा. जब भी आपको शराब पीने की लत महसूस हो अपनों के बीच बैठ जाइए और उनके साथ समय बिताने की कोशिश कीजिए. धीरे-धीरे आपका खुद पर काबू बढ़ने लगेगा और आप एक बेहतर जिंदगी की ओर बढ़ चलेंगे।
शराब की लत को शांत करने के लिए शुगर ड्रिंक लें
कई बार ऐसा भी होता है कि लोगों को शराब की तलब और शु्गर खाने की इच्छा के बीच अंतर ही नहीं समझ आता है. ऐसे में अगर आपको शराब पीने की लत महसूस हो रही हो तो आप किसी शुगर ड्रिंक का भी सहारा ले सकते हैं.
शराब की मन में आते ही खाना खाएं
इस तरह की समस्या से जूझने वाले ज्यादातर लोगों का कहना है कि जब वे भूखे होते हैं तो उन्हें शराब पीने की तलब ज्यादा महसूस होती है. ऐसे में इससे पहले कि शराब पीने की लत आप पर हावी हो, कोशिश कीजिए कि आपका पेट कभी भी खाली नहीं होने पाए. इसके अलावा प्रतिदिन के हिसाब से 6 से 8 गिलास पानी पीना भी बहुत जरूरी है।
शराब की पहली घूंट लेते ही शराब जब शरीर के अंदर जाती है तो बस तभी से शरीर पर इसका असर शुरू हो जाता है. शरीर में पहुंचने पर एल्कोहल सबसे पहले पेट में गैस्ट्रिक एसिड बनाता है और पेट की म्यूकस लाइन में सूजन लाता है. इसके बाद आंतें एल्कोहल सोखना शुरू करती हैं और उसके बाद ये विंग के जरिए लीवर तक पहुंचता है. लिवर के बहुत करीब होने के कारण इस बात की संभावना ज्यादा होती है कि एल्कोहल पेट से सीधे लिवर में पहुंच जाता है.
दिमाग पर असर
डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद लीवर अपना काम शुरू करते हुए बहुत सारे एल्कोहल को नष्ट कर देता है और शरीर पर होने वाले इस प्रभावों को भी कम करने का काम करता है. लेकिन, जिन तत्वों को लीवर तोड़ नहीं पाता है वो तत्व सीधे दिमाग तक पहुंच जाते हैं. ऐसे में कुछ ही मिनटों में दिमाग पर शराब का असर होने लगता है.
तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव
शरीर में जाने के बाद एल्कोहल केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को भी बहुत प्रभावित करता है. यह मस्तिस्क का तंत्रिका तंत्र से कनेक्शन तोड़ता है, जिसके बाद ये कोशिकाएं बहुत सुस्ती से काम करने लगती हैं. फिर मस्तिष्क अपने आप ही इस परिस्थिति से निपट नहीं पाता है. एल्कोहल मस्तिष्क के सेंटर पार्ट भी हमला करता है और व्यक्ति का खुद पर से कंट्रोल खोने लगता है. लंबे समय तक ऐसा चलने पर व्यक्ति की याददाश्त पर भी बुरा असर पड़ता है.
लिवर पर पड़ता है बुरा असर
शराब पीने से लीवर पर काफी बुरा असर पड़ता है और लीवर अपना काम ठीक से नहीं कर पाता है. खास बात ये है कि लीवर में दिक्कत होने का पता नही चलता ना ही दर्द होता है और शराबी को पता नहीं लगता है कि उसे क्या दिक्कत है. इसका पता तभी लग पाता है जब जांच के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं. इसलिए ज्यादा एल्कोहल पीने वाले लोगों को ऐसी जांच करवाते रहना चाहिए.
एसिडिटी की समस्या
शराब पीने से लिवर के साथ साथ पैंक्रियाज की कार्यप्रणाली खराब होने लगती है जिससे शराब पीने वाले व्यक्ति को एसिडिटी की समस्या होने लगती है,
किडनी पर असर
शराब का बुरा असर किडनी पर भी पड़ता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, शराब पीने से दिमाग उस हार्मोन को प्रभावित करता है जो किडनियों को अधिक मात्रा में यूरिन बनाने से रोकता है. इसी वजह से शराब पीने पर बार-बार पेशाब के लिए जाने की जरूरत महसूस होती है. लंबे समय तक ऐसी स्थिति रहने पर किडनी खराब भी हो सकती है.
ऐसे लोगों को माना जाता है हैवी ड्रिंकर
एक्सपर्ट के अनुसार, जो भी पुरुष एक हफ्ते में 15 ड्रिंक्स या इससे ज्यादा शराब पीते हैं, उन्हें हैवी ड्रिंकर (Heavy drinker) कहा जा सकता है. अगर महिलाओं की बात की जाए तो उनके लिए यह पैमाना थोड़ा अलग है. एक सप्ताह में 8 या इससे ज्यादा ड्रिंक्स लेने वाली महिलाओं को हैवी ड्रिंकर माना जा सकता है. आसान भाषा में कहें तो हर दिन 1 या 2 ड्रिंक्स से ज्यादा शराब पीने को हैवी ड्रिंकिंग (heavy drinking) कहा जा सकता है. आमतौर पर एक ड्रिंक में करीब 30ml शराब होती है. बीयर में करीब 5% अल्कोहल और शराब में 12% अल्कोहल होता है. अलग-अलग ब्रांड में यह मात्रा कम या ज्यादा हो सकती है.
कितनी मात्रा में शराब पीना है सेफ?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार किसी भी मात्रा में शराब का सेवन (alcohol consumption) सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है. शराब की पहली बूंद से ही आपके स्वास्थ्य को गंभीर खतरे पैदा होने की शुरुआत हो जाती है. शराब पीने से ब्रेस्ट कैंसर, बॉवल कैंसर समेत 7 तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. शराब में अल्कोहल होता है, जो हेल्थ के लिए काफी टॉक्सिक माना जाता है. शराब में मौजूद तत्व शरीर में जाकर उठ जाते हैं और जहरीला असर हमारे कई अंगों पर डालते हैं. इससे शारीरिक और मानसिक सेहत बुरी तरह प्रभावित होती है. कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि शराब का लंबे समय तक सेवन करने से हमारे दिमाग की केमिस्ट्री बदल जाती है और उसका साइज भी छोटा हो जाता है.
1 महीने तक शराब नहीं पीने से शरीर पर दिखने लगते हैं ये असर-
शराब पीने वालों से अगर आप पीने के फायदे पूछेंगे तो वो आपको 10 गिना देंगे, मगर नुकसान की ओर वो ध्यान ही नहीं देते हैं. पर हाल ही में एक रिसर्च के जरिए जानकारों ने दावा किया है कि 1 महीने तक शराब ना पीने (Effect of qutting alcohol for 1 month) से रोज पीने वालों के स्वास्थ्य पर बड़ा बदलाव आता है. इन बदलावों को जानकर आप दंग रह जाएंगे.
प्रायरी ग्रुप के जानकारों ने दावा किया है कि शराब को अगर एक महीने (Quit Alcohol for 1 month) के लिए छोड़ दिया जाए तो शरीर पूरी तरह से बदल जाता है. ये खुलासा ‘ड्राय जनवरी’ (Dry January) कैंपेन के तहत किया गया है. इस मुहिम के तहत लोगों को जनवरी महीने में शराब ना पीने के लिए जागरूक किया जाता है. इसे यूरोप और अमेरिका में ज्यादातर मनाया जाता है.
पहला हफ्ता
जानकारों के अनुसार अगर आप रोज शराब पीते हैं तो पहले हफ्ते में काफी हद तक ये मुमकिन है कि आप फिर से शराब पीने लगें. शराब पीने की इच्छा पर काबू पाना बहुत मुश्किल होता है. हालांकि अगर कोई एक हफ्ते तक शराब नहीं पीता तो वो पाएगा कि उसकी नींद (Sleep Regulate After Quitting Alcohol) और सोने के वक्त में बदलाव आएगा.
शराब पीने से नींद जल्द आ जाती है. ऐसे में एक हफ्ते के लिए शराब छोड़ने से नींद आने में मुश्किल होगी मगर अच्छी और गहरी नींद आने लगेगी. एक हफ्ते के बाद आप ज्यादा हाइड्रेटेड (Body Hyderated After Quitting Alcohol) महसूस करेंगे क्योंकि वाइन का 6 ग्लास पीने से 19-20 ग्लास पानी शरीर से सूख जाता है. आप कम जंक फूड खाएंगे और खाने में भी सुधा आएगा.
दूसरा हफ्ता
दो हफ्ते तक शराब छोड़ने के बाद आपको अच्छी नींद और हाइड्रेट बने रहने का असर दिखने लगेगा. आप अंदर से मोटिवेटेड महूसस करेंगे और आपकी स्किन, जो पहले सूजी हुई लगती थी, स्वस्थ दिखने लगेगी. अगर आपको गैस या एसिडिटी की भी समस्या है तो वो भी दो हफ्तों में ठीक हो जाएगी.
तीसरा हफ्ता
तीसरे हफ्ते तक आपका ब्लड प्रेशर नीचे गिरने लगेगा और स्थिर होता जाएगा. यही नहीं, आप काफी कैलोरी कम करेंगे जिससे आप दुबले होने के साथ फिट भी हो जाएंगे. 6 ग्लास वाइन पीने से इंसान 3000 कैलोरी तक लेता है.
चौथा हफ्ता
चौथे और आखिरी हफ्ते तक आपकी स्किन साफ होने लगेगी. वो पहले से बेहतर लगेगी. चेहरे से एक्ने और ड्रायनेस खत्म हो जाएगी. यही नहीं, अगर आप रोज पीने वाले इंसान हैं तो आप काफी रुपये एक महीने में बचा लेंगे. आपका मूड अच्छा होने लगेगा और ऊर्जा मेहसूस होना शुरू हो जाएगी.