Dry Fruits : एक दिन में खाने चाहिए इतने ड्राई फ्रूट्स, क्या ज्यादा खाने से हो सकता है नुकसान

eating dry fruits daily benefits - ड्राई फ्रूट्स खाने से बहुत से ज्यादे मिलते हैं। क्योंकि ड्राई फ्रूट्स में सबसे ज्यादा प्रोटीन, विटामिंस, कैल्शियम, फाइबर होता है। लेकिन ऐसे में सवाल उठता है कि एक दिन में कितने ड्राई फ्रूट्स खाने चाहिए। क्या ज्यादा ड्राई फ्रूट्स खाने से सेहत के नुकसान हो सकता है। आइए नीचे खबर में जानते हैं- 
 

HR Breaking News (नई दिल्ली)। सूखे मेवे न्‍यूट्रीशन से भरपूर होते हैं. यह इतने पौष्टिक होते हैं कि अगर इन्‍हें डाइट में शामिल किया जाए तो शरीर में पोषण की कमी नहीं रहती और प्रोटीन से लेकर विटामिंस, कैल्शियम, फाइबर और मिनरल्‍स पर्याप्‍त मात्रा में शरीर को मिल जाते हैं लेकिन अगर किसी चीज का फायदा होता है तो उसके नुकसान भी होते हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि क्‍या ड्राई फ्रूट्सरोजाना खा सकते हैं और कितनी मात्रा में खा सकते हैं? क्‍या सूखे मेवे खाने से शरीर को कोई नुकसान भी होता है? आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब दिल्‍ली के जीटीबी अस्‍पताल की असिस्‍टेंट डायटीशियन आरती सिंघल से…

डायटीशियन सिंघल कहती हैं कि सूखे मेवे खाने से शरीर को ऊर्जा और पोषण दोनों ही मिलते हैं. अगर आप दिनभर कुछ और नहीं खाते हैं लेकिन सुबह एक मुठ्ठी सूखे मेवे खा लेते हैं तो उससे आपको पूरे दिन काम करने की ऊर्जा और स्‍फूर्ति मिल जाती है. हालांकि मेवे रिच फूड होते हैं, ऐसे में अगर ये ज्‍यादा मात्रा में खा लिए जाएं तो ये फायदे के बजाय शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं.


क्‍या रोजाना खा सकते हैं सूखे मेवे


डा. आरती कहती हैं कि सूखे मेवे रोजाना डाइट में शामिल करना काफी अच्‍छा है. रोजाना सूखे मेवे खाने से शरीर को जरूरी पोषण तत्‍व मिल जाते हैं, जो भोजन से नहीं मिल पा रहे हैं. खासतौर पर प्रोटीन, ओमेगा थ्री, अमीनो एसिड्स आदि. मेवाओं में जो प्रोटीन होता है वह गुड प्रोटीन होता है. इसके अलावा इन सभी बीजों में छुपा हुआ तेल भी होता है, जो शरीर के लिए उपयोगी है लेकिन इसकी ज्‍यादा मात्रा नुकसानदेह हो सकती है. सूखे मेवों में बादाम, पिस्‍ता, काजू, मखाने, खरबूज, तरबूज आदि के बीज या अन्‍य भी कोई बीज शामिल किए जा सकते हैं. कोशिश करें कि बादाम और किशमिश को भिगोकर खाएं तो और भी अच्‍छा रहता है.

कितनी मात्रा में खाएं


ये सबसे बड़ा सवाल है कि सूखे मेवे कितनी मात्रा में रोजाना खाने चाहिए. न्‍यूट्रीशन वैल्‍यू को देखते हुए एक सामान्‍य एडल्‍ट को रोजाना 25 से 50 ग्राम तक सूखे मेवे खाना फायदेमंद है. ये हमेशा ध्‍यान रखने वाली बात है कि अगर आप सूखे मेवे कम मात्रा में खा रहे हैं तो ये शरीर में जरूरी न्‍यूट्रीशन को पूरा करने में मदद करते हैं लेकिन अगर इन्‍हें ज्‍यादा मात्रा में खाया जा रहा है तो शरीर पर वजन बढ़ता है. शरीर को इन्‍हें पचाने के लिए ज्‍यादा मेहनत करनी पड़ती है इसके अलावा शरीर पर फैट के रूप में भी जमा हो सकता है.


डा. सिंघल कहती हैं कि हमेशा डायटीशियन यह देखकर आपके लिए सूखे मेवे की मात्रा निधारित करते हैं कि आपके शरीर को कितनी जरूरत है और आपकी उम्र व अवस्‍था क्‍या है. मान लीजिए कोई बुजुर्ग व्‍यक्ति हैं तो उन्‍हें रोजाना 25 से 50 ग्राम मेवा नहीं दे सकते. किसी को कोई बीमारी है तो भी उनके लिए अलग मात्रा होगी. बच्‍चे के लिए अलग व्‍यवस्‍था होगी. इसके अलावा कोई महिला प्रेग्‍नेंट है तो उसे शुरुआत में मेवा भिगोकर खाने और कम मात्रा में खाने की सलाह दी जाएगी.


किस तरह और कब खाएं ड्राई फ्रूट्स


हमेशा ड्राई फ्रूट्स सुबह के समय ब्रेकफास्‍ट में खाना फायदेमंद होता है. खाने के बाद ड्राई फ्रूट्स न खाएं. अगर सुबह नहीं खा पा रहे हैं तो शाम को स्‍नेक्‍स में भी ड्राई फ्रूट्स ले सकते हैं लेकिन इनके साथ कुछ और न खाएं और न ही पीएं. रात को भी ड्राई फ्रूट्स खाने से बचना चाहिए क्‍योंकि यह ऊर्जा का सोर्स होते हैं और इन्‍हें पचाने में शरीर को मेहनत करनी होती है. इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स को अगर आप भिगोकर खा रहे हैं तो बेहतर है. वहीं सूखे मेवों को घी वाले हलवे, सब्‍जी या खीर आदि में डालकर या घी में तलकर खाने के बजाय सादा ढंग से भिगोकर या भूनकर अकेले ही खाएं. घी के हलवे में डालकर खाने से ये डाइजेशन के लिए परेशानी बनने के साथ ही कम फायदेमंद हो सकते हैं.

क्‍या हो सकते हैं साइड इफैक्‍ट


अधिक मात्रा में ड्राई फ्रूट्स ही नहीं कुछ अन्‍य चीज भी खाने से नुकसान होता ही है. मेवा की ज्‍यादा मात्रा शरीर में कैलोरी और फैट बढ़ा सकती है, इससे शरीर में नेचुरल शुगर बढ़ सकता है और ब्‍लड शुगर बढ़ सकता है. रोजाना ज्‍यादा मात्रा में सूखे मेवे खाने से वजन भी बढ़ सकता है. ड्राई फ्रूट्स खाने के साथ अगर आप रोजाना पानी पर्याप्‍त मात्रा में नहीं पी रहे हैं तो डिहाइड्रेशन भी हो सकता है. इनके साथ में ताजा फल, सब्जियां और सादा खाना खाना भी जरूरी है.