नोएडा में 80 प्रतिशत कोरोना मरीजों ने हार्ट अटैक से तोड़ा दम, एक बात रही कॉमन…
HR BREAKING NEWS. कोरोना वायरस फेफड़ों के अलावा सांस और दिल पर भी हमला कर रहा है। नोएडा में मंगलवार तक 261 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। इनमें से 80 फीसदी से अधिक यानि करीबन 200 मरीजों ने हार्ट अटैक से दम तोड़ा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। पिछले दस दिनों में मरने वालों की संख्या भी तेजी से बड़ी है। मरने वालों की रिपोर्ट के आंकलन में सामने आया है कि सभी को सांस लेने में गंभीर परेशानी हुई। उन्हें निमोनिया भी हुआ। मरीजों को हार्ट में दिक्कत हुई। हार्ट में दिक्कत इसलिए हुई कि मरीज सांस ही नहीं ले पा रहे थे। इससे दिल पर दबाव तेजी से बढ़ता चला गया। इसके बाद मरीज को कार्डियक अरेस्ट हुआ और उसने दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि मरीजों के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर लगातार बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। इसका लाभ यह होगा कि मरीज के दिल, दिमाग और शरीर के अन्य अंग भी बेहतर होंगे।
ऑक्सीजन घटी तो थमी दिल की रफ्तार :
कोरोना फेफड़ों को कमजोर कर शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति लगातार कम कर रहा है। सेक्टर 39 स्थित कोविड अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रेणू अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में मरीजों की मौत का विश्लेषण किया है। अधिकांश में हार्ट अटैक होना सामने आया है। इसके पीछे वजह भी सामने आई है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण दिल पर अधिक दबाव बढ़ता चला गया। मरीज को उपचार देकर काफी कोशिश की, लेकिन धमनियों में पर्याप्त ऑक्सीजन न पहुंचने के कारण काफी मरीजों को हार्ट अटैक हुआ और मौत हो गई।
दिल के लिए क्यों खतरनाक है वायरस
- दिल में बढ़ सकती है खून के थक्के की समस्या।
- दिल की मांसपेशियां कमजोर पड़ सकती हैं।
- ब्लड प्रेशर बढ़ना या घटना घातक हो सकता है।
- दिल की नली कमजोर होने से खून का प्रवाह कम हो सकता है।
- कोरोना के कारण धमनियों पर सूजन आ जाती है, इस कारण खून की गति मध्यम हो जाती है।
हरियाणा में बीपीएल परिवार के कोरोना मरीजों को सरकार देगी 35 हजार रूपए, जानिए क्या है शर्तें
कोरोना संक्रमितों में 80 फीसदी मरीज ऐसे रहे हैं, जिनमें हार्ट अटैक व हृदय संबंधी दिक्कतें सामने आई हैं। यह लोगों के दम तोड़ने का बड़ा कारण भी है। लोगों को कोरोना से ठीक होने के बाद भी सावधानी बरतने की जरूरत है। -डॉ. दीपक ओहरी, CMO