Punjab Election सियासी हलचल हुई तेज, डेरा ब्यास प्रमुख से अमित शाह की एक घंटे चली बैठक

Punjab Election राधा स्वामी डेरा ब्यास का पंजाब ही नहीं देश-विदेश में खासा आधार है। बाबा जैमल सिंह जी ने 1891 में डेरे की स्थापना की थी। यह डेरा हमेशा से सियासत से दूर रहा और डेरा समर्थकों की अच्छी खासी संख्या होने के बावजूद डेरा प्रेमी हमेशा मौन रहे है।
 

Punjab Election पंजाब विधानसभा चुनाव से 4 दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को डेरा ब्यास स्थित राधा स्वामी डेरा के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मुलाकात की। दोनों के बीच लगभग एक घंटा बैठक चली ओर इसमे किन-किन विषयों पर चर्चा हुई, इसे पूरी तरह से गुप्त रखा गया है।

 

बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दिल्ली में डेरा मुखी ने मुलाकात की थी। पठानकोट आए पीएम मोदी के आज भी डेरे आने की चर्चा थी, पर शाह ही पहुंचे।

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डेरा ब्यास का देश-विदेश में खासा आधार

राधा स्वामी डेरा ब्यास का पंजाब ही नहीं देश-विदेश में अच्छा आधार है। बाबा जैमल सिंह जी ने 1891 में डेरे की स्थापना की थी। यह डेरा हमेशा से सियासत से दूर रहा और डेरा समर्थकों की अच्छी खासी संख्या होने के बावजूद डेरा प्रेमी हमेशा मौन रहे है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सीएम बनने के बाद दो बार डेरे जा चुके है।

इसके अलावा भाजपा के पंजाब चुनाव के प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत भी डेरा मुखी से मिल चुके है। पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया का भी डेरे में अच्छा प्रभाव है। आज दोपहर लगभग अढाई बजे शाह डेरे पहुंचे और एक घंटे तक वहां रुके। माना जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने पंजाब और पंजाब की सियासत को लेकर उनसे बातचीत की।


3 दिन पहले पीएम माेदी से मिले थे डेरा ब्यास प्रमुख
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जालंधर दौरे से ठीक एक दिन पहले रविवार को पंजाब के सबसे बड़े डेरे राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने दिल्ली में उनके (मोदी) साथ मुलाकात की थी। इस मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाएं छेड़ दी हैं।

हालांकि डेरा ब्यास चुनाव में किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करता लेकिन डेरा प्रमुख के प्रधानमंत्री से मिलने के बाद राजनीतिक चर्चा छिड़ना लाजमी है। पंजाब में इस बार भाजपा अकाली दल से अलग हाेकर चुनाव लड़ रही है। ऐसे में अगर डेरा ब्यास इसारा कर दे ताे भाजपा काे काफी फायदा हाेने की उम्मीद है। डेरा ब्यास का राज्य की 117 सीटाें पर खासा प्रभाव है।