Haryana News हरियाणा में अब परिवार पहचान पत्र से लिंक करवानी होगी प्रॉपर्टी आइडी, जानिए क्या होगा फायदा
HR Breaking News, यमुनानगर ब्यूरो, यमुनानगर नगर निगम क्षेत्र की एक लाख 78 हजार प्रापर्टी आइडी को अब परिवार पहचान पत्र से लिंक किया जाएगा। नगर निगम कर्मचारी व सक्षम युवाओं के माध्यम से निगम ने घर-घर जाकर प्रापर्टी आइडी को पहचान पत्र से लिंक करने का काम शुरू कर दिया है।
मेयर मदन चौहान ने शहरवासियों से घर आने वाले निगम व सक्षम कर्मियों का सहयोग की अपील की। उन्हें अपनी प्रापर्टी आइडी व परिवार पहचान पत्र दिखा कर अपना डाटा दुरुस्त करवाएं।
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शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से सभी नगर निगम व नगर पालिका व नगर परिषदों को पत्र जारी कर अपने क्षेत्रों की प्रापर्टी आइडी को परिवार पहचान पत्र से लिंक करने के आदेश दिए है। जिसके बाद निगम कर्मियों व सक्षम युवाओं की टीमों का गठन किया गया।
ये सभी टीमें हर वार्ड की हर कालोनी व मोहल्ले में घर-घर जाकर लोगों की प्रापर्टी आइडी को परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का काम कर रहीं हैं। शहरवासी डोर टू डोर आने वाले निगम कर्मी व सक्षम कर्मी को अपनी प्रापर्टी आइडी नंबर, परिवार पहचान पत्र, बिजली का बिल व आधार कार्ड दिखाए, ताकि उनकी प्रापर्टी आइडी परिवार पहचान पत्र से लिंक की जा सके।
प्रापर्टी के नाम पर नहीं होगा फर्जीवाड़ा, रिकार्ड होगा दुरुस्त
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मेयर चौहान ने बताया कि नगर निगम एरिया में कुल एक लाख 78 हजार 20 प्रॉपर्टी आइडी है। इन सभी आईडी को परिवार पहचान पत्र से लिंक किया जाएगा। प्रॉपर्टी आईडी को परिवार पहचान पत्र से लिंक होने से विभाग के पास दुरुस्त रिकॉर्ड होगा। इसके अलावा फर्जी से तरीके से रजिस्ट्री कराकर अपने नाम चढ़ाने के फर्जीवाड़े पर अंकुश लगेगा।
पहचान पत्र से आईडी लिंक होने पर संपत्ति के असली वारिस की पहचान भी आसानी से होगी। रिकॉर्ड होने से व्यक्ति की प्रापर्टी की जानकारी विभाग के पास होगी। फर्जीवाड़ा कर किसी अन्य व्यक्ति के नाम प्रॉपर्टी नहीं हो सकेगी। इससे प्रापर्टी संबंधित विवाद व समस्याओं की संभावना भी खत्म होगी।
नहीं होंगे प्रॉपर्टी विवाद
मेयर ने बताया कि सरकार ने पूरे प्रदेश में प्रापर्टी आइडी को परिवार पहचान पत्र से लिंक करने का कार्य शुरू किया है। यह सरकार का सराहनीय कदम है। इससे शहरी स्थानीय निकाय के सभी निगमों व पालिकाओं के पास प्रॉपर्टी का सही व सटीक डाटा होगा। इसके अलावा प्रापर्टी संबंधी विवाद नहीं होंगे। असेसमेंट में नाम दुरुस्त हो जाएगा।