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SBI Bank Fraud : एसबीआई के नाम पर चल रही गफलत, बैंक ने ग्राहकों के लिए जारी की जरूरी जानकारी

एसबीआई बैंक के ग्राहकों के लिए जरूरी खबर। एसबीआई के नाम पर गफलत चल रही है। हैकर्स कुछ नंबरों से ग्राहकों को मैसेज भेज रहे हैं। इस मैसेज में लिखा होता है कि आपकी नेट बैंकिंग सेवा अगले 24 घंटे में ब्लॉक हो जाएगी। अपना Pan Card अपडेट करने के लिए यहां क्लिक करें आदि। इस पर कदम उठाते हुए अब बैंक ने ग्राहकों के लिए जरूरी जानकारी दी हैं। आइए खबर में निचे जानते हैं। 
 
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HR Breaking News, Digital Desk- फेस्टिव सीजन (Festive Season) शुरू होने के साथ ही बैंकिंग फ्रॉड (Banking Fraud) भी शुरू हो गए हैं। देश के सबसे बडे़ बैंक एसबीआई (SBI) के नाम से भी लोगों से फ्रॉड किया जा रहा है। हैकर्स कुछ नंबरों से ग्राहकों को मैसेज भेज रहे हैं। इस मैसेज में लिखा होता है कि आपकी नेट बैंकिंग सेवा अगले 24 घंटे में ब्लॉक हो जाएगी। अपना Pan Card अपडेट करने के लिए यहां क्लिक करें।

मैसेज में एक लिंक भी होता है। जैसे ही यूजर इस लिंक पर क्लिक करता है, उसकी सारी निजी जानकारी तक हैकर की पहुंच हो जाती है। इसके बाद हैकर यूजर का बैंक खाता भी खाली कर सकता है। मोबाइल बैंकिंग फ्रॉड में हैकर आपके फोन से विभिन्न तरीकों से बैंक डिटेल्स जैसी निजी और वित्तीय जानकारियां चुराते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं।

इस तरह चुराते हैं जानकारी-


साइबर एक्सपर्ट प्रिया सांखला बताती हैं कि हैकर फिशिंग, विशिंग या थर्ड पार्टी ऐप्स के जरिये यूजर की निजी जानकारी चुराते हैं। एक बार जब आपके मोबाइल में वायरस चला जाता है, तो यह फोन में मौजूद जानकारियों को कॉपी कर सकता है, उन्हें डिलीट कर सकता है या किसी दूसरे डिवाइस में ट्रांसफर कर सकता है। इस जानकारी से हैकर आपका बैंक खाता भी खाली कर सकते हैं।

क्या होती है फिशिंग-


यूजर्स को एसबीआई के नाम से भेजे जा रहे मैसेज फिशिंग (Phishing) का ही उदाहरण हैं। इसमें हैकर्स ग्राहकों को एसएमएस लिंक या बोगस ई-मेल भेजते हैं। वे ग्राहकों को ईनाम, रिफंड या कैशबेक का लालच देकर इन लिंक्स पर क्लिक करवाते हैं। सांखला के अनुसार, ग्राहक जब इस तरह के लिंक्स पर क्लिक करके अपनी जानकारी डालता है, तो वह हैकर के पास चली जाती है। इसके बाद हैकर आपको करेक्ट वेबसाइट पर इनवेलिड मैसेज दिखाकर रीडायरेक्ट कर देता है।

आप अगर मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं, तो इंटरनेट कनेक्शन एरर या सर्वर ईश्यू दिखा देता है। इसके अलवा हैकर्स ग्राहकों से ऐप भी इंस्टॉल करवाते हैं। वे ऐप अक्सर कॉल, कॉन्टेक्ट, एसएमएस, लाइट आदि की अनुमति मांगते हैं। ग्राहक द्वारा अनुमति देने पर उसकी निजी जानकारी हैकर के पास चली जाती है।

साइबर एक्सपर्ट प्रिया सांखला ने इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए कुछ टिप्स बताए हैं। आइए जानते हैं:

1. उन मैसेज का जवाब नहीं दे, जिनकी प्रमाणिकता पर आपको संदेह हो।

2. अपने मोबाइल पर आने वाले किसी भी ई-मेल, पॉप-अप या एसएमएस को अच्छे से पढ़ें। यूं ही किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें।

3. कैशबेक या रिफंड वाली स्कीमों के लालच में ना आएं। इनसे दूर ही रहें।

4. हमेशा ऐप इंस्टॉल करने के लिए गूगल प्ले स्टोर या एपल ऐप स्टोर पर ही जाएं। साथ ही ऐप में कंपनी का लोगो और स्पेलिंग जरूर चैक कर लें।

5. अपनी संवेदनशील जानकारियां जैसे सीवीवी, ओटीपी, पिन, अकाउंट नंबर, पासवार्ड आदि को अपने मोबाइल में नहीं रखें। ना ही इन्हें कहीं टेक्स्ट के रुप में लिखें।

6. कोई भी कंपनी (यूपीआई, बैंक या अन्य) कभी भी किसी भी तरह के रिफंड के लिए पिन या ओटीपी नहीं मांगती है।

7. ओटीपी, आईडी, सिक्योर कार्ड और रिक्वेस्ट के अंतर का ध्यान रखें।

8. अपने फोन में हमेशा एक स्ट्रॉन्ग पासवर्ड प्रोटेक्शन रखें। इसके लिए फिंगरप्रिंट का भी यूज करें।

9. किसी भी ऐप को अनुमति आवश्यकता के अनुसार ही दें। हो सके तो वन टाइम अलाउ ही करें।

10. अगर उपयोग में नहीं आ रही हो, तो मोबाइल में ब्लूटूथ को ऑफ करके रखें। हैकर्स इसका उपयोग आपके मोबाइल को हैक करने के लिए कर सकते हैं।