new expressway : यूपी नहीं, इस राज्य में बनेगा देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे, जानिये कितनी होगी लंबाई
new expressway : उत्तर प्रदेश में लगातार नए-नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश में 2000 किलोमीटर से भी ज्यादा एक्सप्रेसवे का नेटवर्क तैयार कर रही है, लेकिन यह एक्सप्रेसवे अलग-अलग है। देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का रिकॉर्ड यूपी में नहीं बन रहा है। यह रिकॉर्ड तो किसी और राज्य में है।
HR Breaking News (UP me expressway) उत्तर प्रदेश में सात एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो चुके हैं। एक्सप्रेसवे के मामले में उत्तर प्रदेश लगातार तरक्की कर रहा है। लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत कर रही है।
उत्तर प्रदेश में 5 एक्सप्रेस वे पर कार्य चल रहा है और 9 एक्सप्रेसवे (expressways in UP) का प्रस्ताव आया है, लेकिन देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में नहीं है। भले ही उत्तर प्रदेश में देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे बना रहे हैं, लेकिन यह रिकॉर्ड तो दूसरे राज्य के नाम है।
18 घंटे का सफर रह जाएगा 8 घंटे का
जो नया एक्सप्रेसवे (expressway in UP) बनने जा रहा है, उसे 18 घंटे का सफर केवल 8 घंटे में पूरा हो जाएगा। यह एक्सप्रेस वे 805 किलोमीटर लंबा हो जाएगा। इसको बनाने के लिए 20000 करोड़ से अधिक का फंड आवंटित किया जाएगा। इसपर वाहन तेजी से फर्राटा भर सकते हैं।
यह है एक्सप्रेसवे का नाम
इस एक्सप्रेसवे (New Expressway) का नाम शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे रखा गया है। इसको बनाने की घोषणा कर दी गई है। इस एक्सप्रेवे को बनाने के लिए 20 हजार करोड़ से अधिक का फंड आवंटित कर दिया गया है। 18 घंटे का सफर इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से 8 घंटे में पूरा हो जाएगा।
यहां बनेगा एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे (expressways in UP) को महाराष्ट्र में बनाया जाएगा। इसका नाम शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे रखा गया है। बता दें कि एक्सप्रेसवे बनाने का प्रस्ताव एकनाथ शिंदे ने रखा है। इसका प्रस्ताव डीप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने रखा था।
सीएम रहते हुए उन्होंने शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे बनाने के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है। कैबिनेट ने इसपर मुहर लगा दी है। इसके लिए 20 हजार करोड़ से ज्यादा का फंड आवंटित किया गया है।
यह होगा एक्सप्रसवे का रूट
बता दें कि इस एक्सप्रेसवे (New Expressway) का रूट नागपुर से गोवा तक का होगा। इसके माध्यम से 18 घंटे का समय घटकर आठ घंटे रह जाएगा। एक्सप्रेसवे 805 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा। एक्सप्रेसवे राज्य के 12 जिलों को जोड़ने का काम करेगा। एक्सप्रेसवे पूर्वी महाराष्ट्र से कोंकण से सीधा गोवा पहुंचेगा।
एक्सप्रेसवे लातूर, धाराशिव, सोलापुर, वर्धा, यवतमाल, हिंगोली, नांदेड़, परभणी, बीड, सांगली, कोल्हापुर, सिंधुदर्ग जिलों को आपस में जोड़ने का काम करेगा।
क्यों रखा गया शक्तिपीठ नाम
एक्सप्रेसवे का नाम शक्तिपीठ (Shaktipeeth expressway) रखने के पीछे भी वजह है। महालक्ष्मी, तुलजाभवानी और पत्रादेवी शक्तिपीठ को इस एक्सप्रेसवे से जुड़ाव होगा। इस कारण एक्सप्रेसवे का नाम शक्तिपीठ रखा गया है।
एक्सप्रेसवे के माध्यम से पंढरपुर, नांदेड़ और सेवाग्राम भी आपस में जुड़ सकेंगे। वर्धा के पवनार से इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत की जाएगी। गोवा के पत्रादेवी में एक्सप्रेसवे का अंतिम सिरा होगा।
किसी भी राज्य में सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा
बता दें कि इस प्रोजेक्ट को महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (Maharashtra State Road Development Corporation) पूरा करेगा। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम ने 7500 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित करने के लिए 1200 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है।
देश में यह किसी भी एक राज्य के भीतर बनने वाला सबसे लंबा एक्सप्रेसवे (New expressway in India) है। बता दें कि पहले मुबंई-नागपुर और यूपी का गंगा एक्सप्रेसवे सबसे लंबे (largest expressway in India) थे।
मुंबई नागपुर एक्सप्रेसवे की लंबाई 701 किलोमीटर है। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागरााज तक जाता है। वहीं मुंबई-नागपुर एक्सप्रेवे 594 किलोमीटर लंबा है।
