Bank Charges : सरकारी और प्राइवेट बैंक ग्राहकों से वसूलते हैं ये 8 चार्जेज, 90 प्रतिशत लोगों को नहीं है जानकारी

HR Breaking News (Bank Charges List) । हमारे देश में सभी बैंक डिजिटलाईजेशन (Bank Digitalisation) पर कार्य कर रहे है। बैंक अपनी सभी सुविधाओं का इस्तेमाल करने के रुप में ग्राहकों से काफी पैसा लूटते है। बैंक अपने ग्राहकों से एटीएम, पैसे ट्रांसफर (Fund Transfer)और मेंटेनेंस फीस (Maintainence Fees) आदि जैसे कई चार्ज लगाकर पैसा लूटने का काम करते है। इन चार्जेस के अलावा बैंक कई अन्य चार्ज के माध्यम से लाखों रुपये वसूलते है।
प्राइवेट से ज्यादा पैसे वसूलते है सरकारी बैंक
बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector) की बात की जाए तो हमारे देश में दो तरह के बैंक होते है। निजी और सरकारी बैंक। अपनी सभी सुविधाओं (banking Service) का इस्तेमाल करवाने के लिए सभी सरकारी और निजी बैंक (Private bank) अपने ग्राहकों से पैसा वसूलते है। आज के समय में निजी बैंक सरकार बैंकों से ज्यादा सुविधा ग्राहकों को प्रदान करवाते है। वहीं, सरकारी बैंक निजी बैंकों से कम सुविधा देकर भी ग्राहकों से चार्ज के रुप में ज्यादा पैसा वसूलते है।
इस प्रकार के चार्ज से वसूलते है बैंक आप कीमती पैसा -
1- न्यूनतम बैलेंस चार्ज
सभी सरकारी एवं निजी बैंक अपने ग्राहकों से एक निश्चित सीमा से कम पैसे होने पर उस पर चार्ज लगाते है। सरकारी बैंक (Govt bank) के अलावा कुछ निजी बैंकों ने अपने खातों में मिनिमन रुपये 1000 तक कर रखे है। ऐसे में ग्राहकों को अपने खाते में 1000 से ज्यादा रुपये रखने होते है। 1 हजार से कम रुपये होने पर उनके खाते से पैसे कट जाते है। वहीं, कुछ निजी बैंकों ने अपने नियम अलग से बना रखे है। जैसे आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के मेट्रो और अरबन ब्रांच (Metro and Urban Bank) में न्यूनतम 10 हजार रुपये का बैलेंस मेंटेन करना जरूरी है। वहीं सेमी-अरबन और रूरल ब्रांच में यह सीमा 5000 रुपये है। आईसीआईसीआई बैंक में यह चार्ज 100 रुपये प्लस न्यूतनम बैलेंस में जितना पैसा कम हो उसका 5 फीसदी चुकाना होता है। इसी तरह अलग-अलग बैंक में (Different types of Bank Charges) अलग-अलग चार्ज लगता है।
2- एसएमएस चार्ज
सभी बैंक अपने ग्राहकों को उनके खातों से पैसे कटने और पैसे डलने पर अपडेट देने के लिए एसएमएस (SMS Charges) भेजते है। बैंक इस सेवा के लिए अपने ग्राहकों से खूब पैसा वसूल करते है। अधिकतर लोगों को इस चार्ज का पता इसलिए नहीं चलता, क्योंकि यह बहुत ही मामूली होता है। मसलन एक्सिस बैंक (AXIS bank) में यह करीब 5 रुपये प्रति महीना है। आईसीआईसीआई में हर तिमाही के लिए 15 रुपये का चार्ज चुकाना होता है। चार्ज अधिक ना होने की वजह से कोई भी इसके लिए मना नहीं करता है। वैसे भी, एसएमएस सेवा का फायदा अधिक है, क्योंकि इससे आप अकाउंट में हुए किसी फ्रॉड से भी सजग हो सकते हैं।
3- चेक क्लीयरेंस चार्ज
शायद ही आपने कभी इस बात पर गौर किया हो, बैंक चेक पर भी ग्राहक से चार्ज वसूल करता है। सभी सरकारी एवं निजी बैंक अपने ग्राहकों से 1 लाख रुपये से अधिक के चेक पर 150 रुपये क्लीयरेंस चार्ज के रुप में लेते है, जो रिजर्व बैंक (reserve Bank) ने तय किया है। वहीं अगर चेक 1 लाख रुपये तक का है तो उस पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। सेविंग अकाउंट (Saving Bank) के लिए भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) की तरफ से सिर्फ 10 चेक मुफ्त में मुहैया कराए जाते हैं। हर बैंक में यह चार्ज अलग-अलग हो सकता है।
4- कैश निकलवाने का चार्ज
हर बैंक में सेविंग अकाउंट (Saving account) होल्डर को एक निश्चित सीमा तक कैश ट्रांजेक्शन (Cash Transaction) मुफ्त में करने की इजाजत होती है, जिसके बाद उस पर कैश ट्रांजेक्शन चार्ज लगता है। यह चार्ज हर बैंक में अलग-अलग हो सकता है। इस सेवा के लिए सरकारी बैंक बहुत ही कम चार्ज लगाते है। वहीं, दुसरी ओर निजी बैंक इस सेवा पर खूब चार्ज वसूलते है।
5- एटीएम से पैसे निकालने पर चार्ज
सभी सरकारी एवं निजी बैंकों ने सबसे पहले चार्ज की शुरुआत एटीएम (ATM) से पैसे निकालने पर की थी। बैंक अपने ग्राहकों को एक तय सीमा तक फ्री में एटीएम से पैसे निकालने देता है। उसके बाद वह एटीएम से पैसे निकालने पर भी चार्ज लगाता है। जैसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) मेट्रो शहरों में 8 मुफ्त ट्रांजेक्शन (Free Transaction) देते हैं। इनमें से 5 बैंक के अपने एटीएम से और 3 दूसरे बैंक के एटीएम से मिलती हैं। इससे अधिक बार पैसे निकालने पर बैंक 20-50 रुपये तक चार्ज करते हैं। अलग-अलग बैंक के लिए ये चार्ज अलग-अलग हो सकता है।
6- कार्ड रिप्लेस करवाने का चार्ज
अगर आप अपना डेबिट कार्ड खो (Replacement of Debit Card) देते हैं तो दूसरा कार्ड पाने के लिए आपको बैंक को कुछ चार्ज देना होता है। यह चार्ज अलग-अलग बैंक के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है, जो 50 रुपये से लेकर 500 रुपये तक जा सकता है। उदाहरण के लिए भारतीय स्टेट बैंक में अभी डेबिट कार्ड रिप्लेस कराने का चार्ज 300 रुपये और जीएसटी (GST) है, जबकि एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और एक्सिस बैंक में यह चार्ज 200 रुपये है।
7- फेल्ड एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज
एटीएम की सुविधा होने के कारण ज्यादातर ग्राहक बैंक में न जाकर एटीएम (Bank Charges List) से ही पैसा निकलवाते है। ऐसे में कई बार ग्राहक को उसके खाते में कितने पैसे है। उसकी जानकारी नहीं होती है और वो अपने खाते की मौजूद पूंजी से ज्यादा निकालने का प्रयास करता है तो बैंक उससे चार्ज वसूल करती है। खाते में पैसे पूरे न होने के कारण ट्रांसएक्शन विफल (ATM transaction Failed) हो जाता है। भारतीय स्टेट बैंक की करें तो हर फेल हुई ट्रांजेक्शन के लिए एसबीआई 20 रुपये और जीएसटी चार्ज करता है। वहीं एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और यस बैंक ममें 25 रुपये चार्ज किए जाते हैं।
8- आईएमपीएस फंड ट्रांसफर चार्ज
लगभग सभी बैंकों ने ग्राहकों के लिए NEFT और RTGS ट्रांजेक्शन मुफ्त कर दी हैं, लेकिन अभी भी आईएमपीएस ट्रांजेक्शन (IMPS Transaction) के लिए चार्ज लिया जाता है। यह चार्ज 1 रुपये से लेकर 25 रुपये तक हो सकता है। अभी भारतीय स्टेट बैंक ने आईएमपीएस चार्ज लेना बंद किया हुआ है। वहीं एचडीएफसी बैंक में 1 लाख रुपये से अधिक की ट्रांजेक्शन पर 15 रुपये का चार्ज लगता है। एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में भी लगभग इतना ही चार्ज लगता है।