FD vs RD : एफडी और आरडी में क्या है अंतर, जान लें किसमें है ज्याद फायदा
Investment Tips : जब भी बात निवेश करने की होती है तो लोगों के मन में एफडी या आरडी का ही ख्याल आता है लेकिन अक्सर लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होती कि एफडी और आरडी (Investment in RD) में क्या अंतर है और किस में निवेश करने पर आपको ज्यादा फायदा होगा। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से एफडी और आरडी के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। आईए जानते हैं इस बारे में।
HR Breaking News (Best Investment Plan) लगातार बढ़ रही महंगाई की वजह से हर कोई चाहता है कि उनका और उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित रहे। ऐसे में वह निवेश (Investment ideas) के कई विकल्पों पर विचार करते हैं। जब भी बात सुरक्षित निवेश की होती है तो हर किसी के मन में पहला ख्याल एफडी और आरडी का ही आता है।
अक्सर लोगों को एफडी और आरडी (FD and RD) के बीच में फर्क पता ना होने की वजह से नुकसान का सामना करना पड़ जाता है। ऐसे में निवेश करने से पहले आपको इस बारे में जानकारी होनी काफी ज्यादा जरूरी है। चलिए जानते हैं इस बारे में।
जानिये क्या है सबसे बड़ा फर्क
फिक्स्ड डिपॉजिट
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेशक एक बार में ही पूरे पैसे को जमा करा देते हैं। ऐसे में एफडी उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जिनके पास एकमुश्त रकम मौजूद है। बैंक से मिलने वाली ब्याज दरें (FD Intrest rate) भी समय और बैंक के अनुसार अलग-अलग रहती है। उदाहरण के तौर पर SBI की FD पर ब्याज दर 3.05 प्रतिशत से लेकर 6.60 प्रतिशत तक का रिटर्न देती है। इस योजना में निवेशक को हर साल तक ब्याज (Best Bank for FD) ऑफर किया जाता है। इसकी वजह से वह अपनी जरूरतों के मुताबिक राशि को निकाल सकते हैं।
रिकरिंग डिपॉजिट
इसके अलावा रिकरिंग डिपॉजिट यानी RD में आपको हर महीने ही तय रकम को जमा करना होता है। अगर आप हर महीने 2000 रुपये RD (recurring deposit) में जमा करते हैं, तो 5 साल में कुल 1.20 लाख रुपये की राशि को इकठ्ठा किया जा सकता है। वहीं स्कीम मैच्योरिटी पर आपको कुल 1.42 लाख रुपये देने वाली है। इसमें ब्याज भी सामान्य FD से ज्यादा ही होता है। यह योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त रहने वाली है जोकि छोटे-छोटे निवेश (Investment in RD) कर लंबी अवधि में पैसा बढ़ाना चाहते हैं।
ये विकल्प है बेहतर
अगर आप एकमुश्त पैसे को निवेश करने की तैयारी कर रहे हैं और ज्यादा रिटर्न पाना चाहते हैं तो आपके लिए एफडी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। वहीं सरकारी और प्राइवेट बैंक में एफडी (FD Scheme) की ब्याज दरें अलग-अलग रहने वाली है।
हालांकि सामान्यतः RD से ज्यादा ब्याज दिया जाता है। इसके अलावा अगर आप नियमित छोटी-छोटी बचत करने पर विचार कर रहे हैं और समय के साथ पैसा बढ़ाने की तैयारी में हैं तो RD (RD Scheme) आपके लिए उपयुक्त विकल्प हो सकती है। यह छोटी-छोटी बचत से लंबी अवधि में अच्छा लाभ दिला सकती है।
टैक्स नियम होंगे लागू
दोनों योजनाओं पर टैक्स नियम को लागू किया जाता है। अगर आप टैक्स की बचत करना चाहते हैं तो प्राथमिकता आपकी टैक्स श्रेणी और आय पर ही निर्भर करने वाली है। दोनों ही योजनाओं में निवेश (Besnifits of investment in FD And RD) का अपनी जरूरत और जोखिम इच्छा के अनुसार ही चयन करना चाहिए। वहीं दोनों की विकल्प सुरक्षित माने जाते हैं। इस कारण अपने वित्तीय लक्ष्य और जरूरत के मुताबिक सही योजना का चयन किया जा सकता है।
