Home loan : सस्ता हो जाएगा होम लोन, आरबीआई लेने जा रहा बड़ा फैसला
RBI Update : अब होम लोन लेने वालों को बड़ी राहत मिल सकती है। जल्द ही आरबीआई भी इस संबंध में बड़ा फैसला ले सकता है। हाल ही में बजट में दी गई टैक्स राहत के बाद अब लोगों को सस्ते होम लोन उपलब्ध कराने को लेकर सरकार फोकस कर रही है। इससे लोगों के लिए लोन ईएमआई (Home loan EMI) का बोझ भी कम होगा और कम ब्याज दरों पर लोन मिल सकेगा।

HR Breaking News - (loan news) आजकल घर बनाने के लिए लोग होम लोन का सहारा लेते हैं, लेकिन महंगी ब्याज दरें होने के कारण कई लोग इस फैसले से वापस हट जाते हैं। अब होम लोन की ब्याज दरों (home loan interest rates) में कटौती हो सकती है। लंबे समय बाद लोगों को ये उम्मीद बंधी है। यह उम्मीद होने के पीछे का कारण हाल ही में होने वाली आरबीआई (RBI news) की बैठक है। इस बैठक में लोन लेने वालों के हित में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
बजट के बाद अब RBI देगा बड़ी राहत-
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने 1 जनवरी 2025 को बजट 2025 पैश किया था। इस बजट में सैलरीड क्लास को काफी बड़ी दी गई थी। इस बजट के तहत सरकार ने 12 लाख तक की इनकम को टैक्स (new tax slab) से माफ कर दिया है। बजट में इतनी बड़ी राहत मिलने के बाद मिडिल क्लास को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI latest update) की ओर से भी काफी राहत दी जाने वाली है।
लंबे समय बाद लिया जाएगा यह फैसला-
उम्मीद लगाई जा रही है कि करीब 5 साल के बाद RBI ने ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर सकता है। RBI इस हफ्ते मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा फरवरी 2023 को अंतिम बार रेपो रेट (Repo Rate) बदलाव किया था। तब से लेकर अब तक रेपो रेट 6.5 प्रतिशत के हिसाब से ही है।
जानिये कब होगी MPC की मिटिंग-
रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा द्वारा बुधवार को मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) बैठक की अध्यक्षता की जाने वाली है। इस बैठक के तहत छह सदस्यीय समिति के निर्णय की घोषणा की जाएगी, इनकी बैठक शुक्रवार सात फरवरी को होने वाली है।
जानिये क्या है एक्पर्ट्स की राय-
अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार MPC की मिटिंग (MPC) में नीतिगत दर में कटौती करने की उम्मीद जताई जा रही है। कटौती की उम्मीद लगाने के दो मुख्य कारण है। इसमें से सबसे पहला कारण आरबीआई है।
आरबीआई (Reserve bank of india) द्वारा पहले ही नकदी को बढ़ाने के उपायों की घोषणा की जा चुकी है। इसकी वजह से बाजार की स्थिति में भी लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। नीतिगत दर (Repo Rate Cut) में कटौती होने की वजह से उम्मीद लगाई जा सकती है कि सरकार रेपो रेट में कटौती करेगी।
लिक्विडिटी पर भी दिया जाएगा जोर-
अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने बताया कि केंद्रीय बजट 2025 के जरिये केंद्र सरकार (central government) द्वारा लिक्विडिटि को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसे समर्थन देने के लिए सरकार द्वारा रेपो दर को कम करना भी सही माना जा रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI Update on home loan) ने 27 जनवरी को बैंकों में 1.5 लाख करोड़ रुपये की नकदी डालने के उपायों की घोषणा की है।
यह भी की जा रही है उम्मीद -
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि बैंक विशेष रूप से आर्थिक वृद्धि (economic growth) का अनुमान लगाते हुए कुछ बदलावों को कर रहा है। इसकी वजह से राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने चालू वर्ष के लिए 6.4 प्रतिशत रेपो रेट (Repo Rate par latest update) का अनुमान लगाया है।
रेपो रेट के कम होने की वजह से ब्याज दरों में भी छुट मिलेगी। हालांकि केंद्र सरकार इसकी घोषणा आमतौर पर अप्रैल की मौद्रिक नीति समीक्षा में करती है।
इस माह से होगी रेपो रेट में कटौती-
अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि उन्हें ये नहीं नहीं लगता कि केंद्रीय बजट (Union Budget 2025) में किए गए राजकोषीय प्रोत्साहन का मुद्रास्फीति पर कोई बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है। अदिति नायर को लगता है कि संतुलन फरवरी 2025 की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों की कटौती की जा सकती है।
हालांकि, अगर वैश्विक कारकों के बारे में बात करें तो इस सप्ताह के डॉलर (dollar price today) के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में कमजोरी देखने को मिल रही है। रेपो रेट में कटौती अप्रैल 2025 तक टाली जा सकती है। अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये सोमवार को 55 पैसे लुढ़क कर 87.1 प्रति डॉलर पर आ गया।