home page

Property Rates : देश के कौन से शहर में प्रोपर्टी खरीदना ज्यादा फायदेमंद, जानिये कहां बढ़े प्रोपर्टी के सबसे ज्यादा रेट

Property Rates : आज के समय में अपना घर खरीदना सबसे महंगे सौदों में से एक है, खासकर मेट्रो शहरों में. यहां प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे खरीदने वालों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है. इसी कड़ी में आज हम आपको अपनी इस खबर में ये बताने जा रहे है कि आखिर कौन से शहर में प्रोपर्टी खरीदना फायदेमंद है-

 | 
Property Rates : देश के कौन से शहर में प्रोपर्टी खरीदना ज्यादा फायदेमंद, जानिये कहां बढ़े प्रोपर्टी के सबसे ज्यादा रेट

HR Breaking News, Digital Desk- (Property Rates) आज के समय में अपना घर खरीदना सबसे महंगे सौदों में से एक है, खासकर मेट्रो शहरों में. यहां प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे खरीदने वालों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है. पिछले चार सालों में प्रॉपर्टी के दाम (property new rates) में जोरदार वृद्धि हुई है, जो बहुत से लोगों के लिए समस्याएं पैदा कर रहा है. इस बढ़ती कीमतों के कारण घर खरीदने की योजना बनाना और भी मुश्किल हो गया है.

 

 

एक रिपोर्ट के मुातिबक, साल 2020 से 2024 तक देश के कुछ प्रमुख शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतों में 9.3% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट या CAGR से इजाफा हुआ है, जबकि घरेलू आय (Household Income) 5.4% की धीमी दर से बढ़ी है. आइए जानते हैं कि किन शहरों में लगातार बढ़ रही कीमतें और कहां निवेश पर होगा फायदा...

इन शहरों में सबसे किफायती प्रॉपर्टी-
मैजिकब्रिक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 में सबसे किफायती शहरों की लिस्ट में चेन्नई (chennai), अहमदाबाद और कोलकाता (calcutta) टॉप पर हैं. ये शहर भारत के टॉप-10 प्रॉपर्टी मार्केट्स में सबसे कम प्राइस टू इनकम (P/I) रेशियो वाले हैं. रियल एस्टेट में वैल्यूएशन के लिए ये प्रोसेस लागू होता है और इसका मतलब समझें तो उच्च पीआई का मतलब है कि प्रॉपर्टी के दाम अधिक है, जबकि कम पीआई का मतलब है कि यह सस्ता है. इसके विपरीत दिल्ली और मुंबई में कीमतों में तगड़ा उछाल देखने को मिला है और ये सबसे कम किफायती शहरों की लिस्ट में टॉप पर हैं. 

दिल्ली-मुंबई में प्रॉपर्टी खरीदना महंगा-
मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) और राजधानी दिल्ली (Delhi) सबसे कम किफायती बताए गए हैं, जहां प्रॉपर्टी की कीमतें घरेलू आय की तुलना में काफी बढ़ रही हैं. 2020 से 2024 तक, देश के कुछ प्रमुख शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें 9.3% की CAGR से बढ़ी हैं, जबकि घरेलू आय 5.4% की धीमी दर से बढ़ी है. यही नहीं यहां औसत पी/आई अनुपात 2020 में 6.6 से बढ़कर 2024 में 7.5 हो गया है, जो बेंचमार्क 5 से काफी ऊपर है. अगर बात मुंबई और दिल्ली की करें, तो यहां पर ये रेशियो क्रमशः 14.3 और 10.1 है, जो इन क्षेत्रों में अधिक लागत का संकेत देता है. (Buying property in Delhi-Mumbai is expensive)

यहां प्रॉपर्टी को किराये पर देने में जोरदार रिटर्न-
भारत के टॉप शहरों में प्रॉपर्टी (property in top cities of india) पर होने वाली रेंटल इनकम (rental income) के तौर पर देखें तो यहां पर 2023 में, किराये में साल-दर-साल 30% से अधिक इजाफा हुआ था और ये रफ्तार 2024 में भी जारी रही. बिजनेस टुडे पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में भारत की सिलिकॉन वैली बेंगलुरु (Silicon Valley of India Bengaluru) अपने मजबूत रेंटल यील्ड के चलते सबसे आगे है. बेंगलुरु के कुछ इलाकों में प्रॉपर्टी के किराये में 40% से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. सरजापुर रोड में 2 BHK अपार्टमेंट का औसत मासिक किराया Q4 2023 में ₹31,600 से बढ़कर Q1 2024 में ₹34,000 हो गया. इसी तरह, व्हाइटफील्ड में इसी अवधि में किराए में ₹30,200 से ₹32,500 तक की वृद्धि देखी गई.

 

 

नोएडा-गुरुग्राम से मुंबई तक बढ़ा किराया- 
रेंटल यील्ड का आंकड़ा केवल बेंगलुरु तक सीमित नहीं है, बल्कि मुंबई और गुरुग्राम जैसे शहरों में भी वृद्धि हो रही है, जहां मुंबई में 4.15% और गुरुग्राम में 4.1% बढ़ोतरी हुई है. यह दर्शाता है कि कोरोना महामारी के बाद आईटी केंद्रित शहरों में डिमांड (Demand in IT Centric Cities) में तेजी आई है, जिससे प्रॉपर्टी किराए पर देने में अच्छी आय हो रही है. अन्य शहरों में भी किराए में तेजी से वृद्धि देखी गई है, जो अब निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर प्रस्तुत करता है. नोएडा के सेक्टर 150 और दिल्ली के द्वारका में  किराया क्रमशः 9% और 6% बढ़ा है, जबकि मुंबई के चेंबूर और मुलुंड में 4%, कोलकाता के राजारहाट में मामूली 3%  और चेन्नई व हैदराबाद (hyderabad) में क्रमशः 4% और 5% की वृद्धि हुई है.