आखिर कितनी बिजली बचाता हैं AC का ऑटो कट फ़ंक्शन, जानकर हैरान रह जायेंगे आप

ऑटो कट फ़ंक्शन का सही तरीके से उपयोग करके आप न केवल अपनी जेब पर पड़ने वाले बोझ को कम कर सकते हैं, बल्कि ऊर्जा की बचत करके पर्यावरण की भी रक्षा कर सकते हैं। ऑटो कट फ़ंक्शन से बिजली की बचत महत्वपूर्ण हो सकती है, खासकर गर्मी के मौसम में जब एसी का उपयोग अधिक होता है।

AC auto cut function

AC का ऑटो कट फ़ंक्शन बिजली बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह फ़ंक्शन तब सक्रिय होता है जब कमरे का तापमान निर्धारित तापमान तक पहुंच जाता है, और फिर कंप्रेसर को अस्थायी रूप से बंद कर देता है। इस प्रकार, ऊर्जा की खपत कम हो जाती है और बिजली की बचत होती है।

कैसे काम करता है ऑटो कट फंक्शन?

जब आप AC का तापमान 24°C, सेट करते हैं, तो एसी कंप्रेसर तब तक चलता है जब तक कमरे का तापमान उस सेटिंग तक नहीं पहुंच जाता। ऑटो कट: एक बार जब कमरे का तापमान निर्धारित तापमान तक पहुंच जाता है, तो कंप्रेसर बंद हो जाता है लेकिन पंखा चलता रहता है।

बिजली की बचत

कंप्रेसर की ऊर्जा खपत अधिक होती है, लेकिन जब यह बंद होता है, तो ऊर्जा खपत भी बहुत कम होती है. बिजली का बिल कम आता है। आधुनिक AC में स्मार्ट थर्मोस्टेट और सेंसर लगे होते हैं जो तापमान में मामूली बदलाव का भी सटीक पता लगाते हैं और आवश्यकतानुसार कंप्रेसर को चालू या बंद कर देते हैं।

अनुमानित बिजली की बचत

कमरे का आकार: बड़ा कमरा अधिक ऊर्जा की खपत करता है. तापमान सेटिंग: कम तापमान सेट करने पर अधिक ऊर्जा की खपत होती है. AC की रेटिंग: अधिक स्टार रेटिंग वाले एसी अधिक ऊर्जा कुशल होते हैं.

उदाहरण

यदि कोई एसी 1.5 टन का है और उसे 8 घंटे तक चलाया जाता है, तो यह प्रति घंटे लगभग 1.5 से 2 यूनिट की खपत करता है। यदि ऑटो कट फ़ंक्शन के कारण कंप्रेसर 3 घंटे तक बंद रहता है, तो इससे 3 यूनिट बिजली की बचत होगी।