अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो अपने फोन को हमेशा फुल चार्जिंग पर देखना पसंद करते हैं या जरूरत पड़ने पर अपने फोन को कहीं भी चार्जिंग पर लगा देते हैं, तो सावधान हो जाइए। दरअसल, स्कैमर्स फोन चार्जर से भी आपकी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
स्कैमर्स के लिए फोन चार्जर से भी डेटा चुराना आसान है। दरअसल, जूस जैकिंग की मदद से स्कैमर्स को आपके और आपके बैंक के बारे में जानकारी मिल जाती है, जिससे बैंक खाता भी खाली हो सकता है। आखिर क्या है ये जूस जैकिंग और कैसे स्कैमर्स फोन चार्ज कर कर रहे हैं फर्जीवाड़ा? हमें बताइए।
टाइप-सी एक मानक चार्जर है जिसका उपयोग कई फ़ोन उपयोगकर्ता करते हैं। ऐसे में सार्वजनिक स्थानों पर चार्जिंग प्वाइंट पर भी टाइप-सी चार्जर लगे हुए मिल जाएंगे, जिसके कारण कोई भी यूजर फोन चार्ज करने के बारे में ज्यादा नहीं सोचता है।
Federal Bureau of Investigation की ओर से पब्लिक प्लेस के फोन चार्जर का इस्तेमाल न करने की जानकारी दी गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि फ्रॉडस्टर्स पब्लिक प्लेस के फोन चार्जर से लोगों के साथ फ्रॉड कर रहे हैं। आपको पब्लिक प्लेस में लगे चार्जिंग पॉइंट और चार्जर से अपना फोन चार्ज नहीं करना है
USB की मदद से हैकर्स फोन को हैक करते हैं और इस तरह की हैकिंग को जूस जैकिंग कहा जाता है। साइबर क्राइम को अंजाम देने के लिए जूस जैकिंग एक आसान जरिए बन चुका है। स्कैमर्स डेटा चोरी के साथ-साथ आपके फोन में घूस सकते हैं और मैलवेयर को इंस्टॉल कर आपके बैंक तक को खाली कर सकते हैं।
पब्लिक प्लेस में फोन चार्ज कर रहे हैं, तो किसी भी नोटिफिकेशन पर चार्जिंग के दौरान क्लिक न करें। किसी अनजान को अपने फोन का चार्जर न दें। पब्लिक चार्जिंग पॉइंट से फोन चार्ज करने से पहले डेटा ट्रांसफर ऑप्शन को ऑफ करें। किसी अनजान के एडाप्टर या चार्जिंग केबल को यूज न करें।