यह तो सभी जानते हैं कि शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है। लेकिन फिर भी शादी, पार्टी, डिनर और नाइट आउट जैसे कई मौकों पर लोगों की शराब की खपत तेजी से बढ़ रही है। अगर आप पी रहे हैं तो हम आपको बताएंगे कि शराब पीने से होने वाले नुकसान को कैसे और किस हद तक कम कर सकते हैं।
जब हम शराब का पहला घूंट पीते हैं तो वह सबसे पहले पेट तक पहुंचती है। अगर हमने शराब पीने से ठीक पहले कुछ खाया है, तो पेट पहले से ही पाचन की प्रक्रिया में उस भोजन को तोड़ने में व्यस्त है। नतीजा यह होता है कि शराब शरीर में जल्दी अवशोषित नहीं हो पाती है।
खाली पेट शराब पीने से इसका प्रभाव बढ़ जाता है वहीं, भोजन शराब के सामने एक सुरक्षात्मक दीवार का किरदार अदा करता है जो छोटी आंत में शराब के अवशोषण को धीमा कर देता है। इसका मतलब ये है कि अगर आप शराब पीने से पहले भोजन करते हैं तो आप पर तुरंत नशा नहीं होता।
शराब के अवशोषण पर भोजन के प्रभाव को समझने के साथ-साथ इसमें संतुलन बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। खाली पेट शराब पीने से नशा जल्दी हो सकता है, जबकि शराब पीने से पहले खाना खाने से इसका असर धीमा हो सकता है।
शराब पीने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर एक अहम सवाल यह है कि शराब पीने की सीमा क्या है? यह ड्रिंकिंग लिमिट (शराब पीने की सीमा) अलग-अलग अध्ययनों के आधार पर तय की गई है। पुरुषों के लिए यह सीमा प्रतिदिन दो पेय और महिलाओं के लिए प्रति दिन एक पेय है।
12 प्रतिशत अल्कोहल के साथ लगभग 140 मिलीलीटर वाइन का एक गिलास और 40 प्रतिशत अल्कोहल के साथ लगभग 40 मिलीलीटर हार्ड शराब के एक गिलास को भी एक पेय माना जा सकता है। इसका मतलब यह है कि इसका फायदा उन लोगों को मिलेगा जो रोजाना थोड़ी-थोड़ी मात्रा में शराब पीते हैं।