गर्मी का मौसम अपने प्रचंड वेग पर है और पूरा देश चढ़ते तापमान में तप रहा है. ऐसे में अगर आप अपने कमरे के लिए कूलर लेने जा रहे तो जरा संभलकर चुनाव कीजिए, क्योंकि आने वाले समय में चिपिचिपी गर्मी का प्रकोप होगा और तब शायद आपका कूलर राहत देना बंद कर दे.
अक्सर कूलर वालों के साथ एक समस्या हमेशा बनी रहती है कि यह ठंडा तभी करता है, जब कमरे में अच्छा वेंटिलेशन रहता है. लेकिन महानगरों में जहां लोग फ्लैट के छोटे कमरों में जीवन बिताते हैं, वहां वेंटिलेशन बड़ी समस्या बना रहता है. तो आज हम आपको इस समस्या का हल बताते हैं.
अगर आपके कमरे में अच्छा वेंटिलेशन नहीं आता तो आपको कूलर का चुनाव संभलकर करना चाहिए. बाजार में 2 तरह के कूलर आते हैं और इनका काम भी पूरी तरह अलग-अलग होता है. लिहाजा अगर आपके कमरे में वेंटिलेशन नहीं आ रहा तो इसके हिसाब से कूलर चुनें. यह कूलर बिना वेंटिलेशन के एसी जैसी ठंडक देगा।
फ्लैट में रहने वालों के कमरे अक्सर पैक होते हैं ये कमरे तुलनात्मक रूप से कुछ ठंडे रहते हैं. आप ऐसे घरों के लिए रूम कूलर ही खरीदें. इस कूलर की खासियत ये होती है कि इन्हें ठंडी हवा देने के लिए वेंटिलेशन की जरूरत नहीं होती है. छोटे कमरों के लिए रूम कूलर सबसे अच्छे होते हैं
अगर आपका कमरा हवादार है तो डेजर्ट कूलर का ऑप्शन ज्यादा बेहतर रहेगा. ये कूलर कमरे के बाहर लगाए जाते हैं कमरे में वेंटिलेशन होने पर डेजर्ट कूलर कामयाब होते हैं और जबरदस्त ठंडी हवा देते हैं. लिहाजा कूलर खरीदते समय आप कमरे की स्थिति जरूर देख लें.
रूम कूलर की एक खासियत और है कि यह चिपचिपी गर्मी में भी आपको ठंडी हवा देता है. जुलाई-अगस्त जैसे महीने में चिपचिपी गर्मी पड़ती है और तब रूम कूलर आपको बेहतर हवा देता है. इसके उलट डेजट कूलर से जुलाई-अगस्त वाली गर्मी काबू में नहीं आती है.