AC चलाने के लिए इंजन को अधिक काम करना पड़ता है। जब इंजन पर लोड बढ़ता है तो इससे ईंधन की खपत बढ़ जाती है। कार में एसी चलाने से माइलेज पर असर जरूर पड़ता है, लेकिन कितना असर पड़ेगा यह कई बातों पर निर्भर करता है।
अलग-अलग कारों में अलग-अलग तरह के इंजन होते हैं और एसी सिस्टम भी अलग-अलग होते हैं। इसलिए एक कार में एसी चलाने से जो माइलेज कम होता है, वह दूसरी कार में कम नहीं होगा। खासकर पुरानी कारों में नई कारों की तुलना में एसी चलाने से माइलेज पर ज्यादा असर पड़ेगा।
अगर बाहर का तापमान बहुत ज्यादा है तो एसी को ज्यादा काम करना पड़ेगा और इससे माइलेज पर ज्यादा असर पड़ेगा। यदि आप बार-बार खिड़कियां खोलते हैं, तो कार को ठंडा करने के लिए एसी को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे माइलेज पर भी ज्यादा असर पड़ता है।
एसी चलाने से माइलेज पर कितना असर पड़ेगा यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप कहां गाड़ी चला रहे हैं। शहरों में गाड़ी चलाते समय ट्रैफिक में बार-बार रुकना पड़ता है। इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और माइलेज पर ज्यादा असर पड़ता है।
अगर आप एसी को बहुत कम तापमान पर सेट करते हैं या बार-बार एसी ऑन और ऑफ करते हैं, तो भी माइलेज पर ज्यादा असर पड़ सकता है. अगर बाहर का तापमान ज्यादा गर्म नहीं है, तो आप खिड़कियां खोलकर कार को ठंडा रख सकते हैं.
AC को कम तापमान पर सेट न करें - AC को बहुत कम तापमान पर सेट करने से माइलेज पर ज्यादा असर पड़ता है. AC को बार-बार ऑन और ऑफ न करें -AC को बार-बार ऑन और ऑफ करने से भी माइलेज कम हो सकता है. कार की नियमित सर्विसिंग करवाने से आपकी कार का इंजन अच्छी तरह से काम करेगा और माइलेज भी बढ़ेगा.