
इलेक्ट्रिक कार को चलाने के तुरंत बाद उसे चार्ज करने से बचना चाहिए क्योंकि कार चलाते समय बैटरी गर्म हो जाती है और उसके तुरंत बाद चार्जिंग पर लगाने से बैटरी और भी गर्म हो सकती है।
बारिश में इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने में थोड़ी दिक्कत आ सकती है लेकिन इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि सॉकेट या चार्जर पिन में पानी न जाए। अन्यथा शॉर्ट सर्किट की संभावना बढ़ सकती है. अगर र बारिश हो रही है तो उस स्थिति में आपको कार को चार्ज करने से बचना चाहिए।
आप इसे केवल घर के अंदर ही कर सकते हैं। वैसे आपको यह भी बता दें कि चार्जर और कनेक्टर दोनों को हर मौसम में आसानी से काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इनका ठीक से परीक्षण किया गया है। इतना ही नहीं, ये वाटर प्रूफ भी हैं, इसलिए पानी, धूल और कीचड़ में भी आसानी से काम करते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इलेक्ट्रिक कार को चलाने के तुरंत बाद उसे चार्ज करने से बचना चाहिए क्योंकि कार चलाते समय बैटरी गर्म हो जाती है और उसके तुरंत बाद चार्जिंग पर लगाने से बैटरी और भी गर्म हो सकती है।
इलेक्ट्रिक कार की बैटरी बेहद अहम हिस्सा होती है, इसलिए समय-समय पर बैटरी की जांच कराना जरूरी है। यह भी ध्यान दें कि कनेक्टर क्षतिग्रस्त न हो, क्योंकि इस मौसम में चूहे तार काट सकते हैं। अगर आपको कुछ भी गलत लगे तो सीधे सर्विस सेंटर से संपर्क करें।
भरे पानी में पेट्रोल कार चलाने में तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन ऐसे में इलेक्ट्रिक कारों के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है क्योंकि ईवी के पार्ट्स और सेंसर काफी संवेदनशील होते हैं और आसानी से खराब हो सकते हैं। हालाँकि ये सभी हिस्से आईपी रेटिंग के साथ भी आते हैं