कूलर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे बिना पानी के चलाना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए हम आपको बारिश के मौसम में कूलर के इस्तेमाल के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप सेहत और आर्थिक नुकसान दोनों से बच सकेंगे।
बारिश के मौसम में अक्सर लोग कूलर को बिना पानी के चलाने की सलाह देते हैं। लोगों की इस सलाह को सुनने के बाद अक्सर यूजर बारिश के मौसम में कूलर को बिना पानी के चलाना शुरू कर देते हैं। अगर आप भी ऐसा कुछ कर रहे हैं तो आप गलती कर रहे हैं।
दरअसल कूलर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि बिना पानी के इसे चलाना नुकसानदायक हो सकता है। इसीलिए हम आपको बारिश के मौसम में कूलर के इस्तेमाल के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप सेहत और आर्थिक नुकसान दोनों से बच जाएंगे।
बारिश में बिना पानी के कूलर चलाना सही नहीं है। जब कूलर में पानी नहीं होता है तो पंखा वाष्पीकरण की प्रक्रिया का इस्तेमाल करके हवा को ठंडा नहीं कर पाता। इससे कूलर की मोटर और पंखे पर ज़्यादा दबाव पड़ता है जिससे वे जल्दी खराब हो सकते हैं और कूलर की उम्र कम हो सकती है।
इसके अलावा, बिना पानी के कूलर चलाने से बिजली की खपत भी बढ़ सकती है और कूलर से आवाज़ भी ज़्यादा आती है। अगर बारिश के दौरान बिजली की समस्या होती है, तो कूलर को बंद रखना और बिना पानी के इसे चलाने से बचना सबसे अच्छा है।
अगर आप बारिश के मौसम में कूलर का इस्तेमाल कर रहे हैं इससे डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर आपके कूलर में पनपने से बचेंगे। साथ ही घर में सभी लोग स्वस्थ रहेंगे। इसके अलावा मच्छरों से बचाव के लिए आप कूलर के पानी में मिट्टी का तेल भी मिला सकते हैं।