हिंदू कैलेंडर के अनुसार, जन्माष्टमी का त्योहार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से भगवान भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. जानिए इस दिन कौन से ज्योतिषीय उपाय करने से लाभ मिलता है।
हर साल भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। यह दिन भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और रात 12 बजे भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं और अपना व्रत खोलते हैं भगवान के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है
वहीं ऐसी भी मान्यता है कि अगर इस दिन संतान प्राप्ति के लिए व्रत किया जाए तो मनोकामना जल्द ही पूरी होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्रत के साथ-साथ इस दिन किए गए कुछ उपाय भी बहुत फलदायी होते हैं। इन उपायों को करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
अगर आप घर में धन संबंधी परेशानियों से जूझ रहे हैं। चाहे आप कितनी भी मेहनत कर लें, पैसों की तंगी बनी रहती है।आप यह उपाय जन्माष्टमी की रात 12 बजे जब श्री कृष्ण का जन्म हुआ था उस समय कर सकते हैं ज्योतिष शास्त्र:जन्माष्टमी की रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का केसर मिले दूध से अभिषेक करें
अगर घर में आए दिन झगड़े होते रहते हैं। अगर घर की शांति भंग हो गई है तो जन्माष्टमी की शाम को यह उपाय किया जा सकता है। -जन्माष्टमी की शाम को घर में तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। इसके बाद 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप करते हुए तुलसी की 21 बार परिक्रमा करें।
हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास धन की कमी न हो, उसकी दिन दोगुनी और रात चौगुनी तरक्की हो अगर आपकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो आप इसके लिए एक उपाय कर सकते हैं। जन्माष्टमी के दिन सुबह स्नान करने के बाद किसी राधा-कृष्ण मंदिर जाएं और भगवान कृष्ण को पीले फूलों की माला चढ़ाएं। कहते हैं