
आजकल लगभग हर हाथ में स्मार्टफोन देखा जा सकता है। कई बार लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा करने लगते हैं। ऐसे में इसका असर आंखों पर भी पड़ता है। यह ज़रूरत से ज़्यादा ख़तरा बन गया है. लंबे समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से मायोपिया का खतरा बढ़ जाता है।
जानकारी के लिए बता दें कि विशेषज्ञ मोबाइल फोन का सीमित और उचित दूरी पर इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। अब सवाल यह उठता है कि मोबाइल फोन का लगातार इस्तेमाल आंखों के लिए कैसे खतरनाक है? और मोबाइल को इस्तेमाल करते समय हमें आंखों से कितनी दूरी पर रखना चाहिए?
डॉ. आलोक रंजन के मुताबिक, मोबाइल फोन का लगातार इस्तेमाल आंखों के लिए हानिकारक है। इन खतरों से अवगत होने के बावजूद, कई लोग अपने मोबाइल फोन पर बहुत अधिक समय बिताते रहते हैं। उपयोगकर्ता अपने स्मार्टफोन पर गेमिंग से लेकर मूवी स्ट्रीमिंग तक कई तरह की गतिविधियों में संलग्न रहते हैं।
मोबाइल फोन से निकलने वाली रोशनी आंखों और रेटिना के लिए खतरनाक हो सकती है क्योंकि यह कॉर्निया और लेंस द्वारा फिल्टर नहीं होती है। इस स्थिति में थकान, आंखों में खुजली और सूखापन, धुंधली दृष्टि और सिरदर्द जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
ज्यादातर लोग अपने स्मार्टफोन को करीब 8 इंच की दूरी पर रखते हैं, जो आंखों के लिए हानिकारक है। आप अपने मोबाइल फोन को जितना करीब रखेंगे, यह आपकी आंखों को उतना ही ज्यादा नुकसान पहुंचाएगा। ऐसे में मोबाइल फोन को चेहरे से कम से कम 12 इंच या 30 सेंटीमीटर की दूरी पर रखना चाहिए।
लगातार स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते समय समय-समय पर पलकें झपकाना जरूरी है। इससे आंखों में सूखापन और जलन नहीं होगी। और पलकें झपकाने से आपकी आंखों को दोबारा फोकस करने में भी मदद मिलेगी। विशेषज्ञों द्वारा 15 मिनट में लगभग 10-12 बार पलकें झपकाने की भी सलाह दी जाती है।