पावर बैंक स्मार्टफोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए आपातकालीन चार्जर के रूप में कार्य करता है। पावर बैंक हो या कोई अन्य चार्ज करने योग्य उपकरण, आग लगने या विस्फोट होने का खतरा रहता है। इसलिए इन्हें इस्तेमाल करते समय या चार्ज करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
पावरबैंक में मौजूद लिथियम-आयन बैटरी इसकी बड़ी वजह है। यह बैटरी आपके इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस के लिए जितनी उपयोगी होती हैं, ये बैटरी लंबे समय तक इलेक्ट्रिसिटी एनर्जी को स्टोर कर सकती हैं, लेकिन इसमें मौजूद केमिकल में रिएक्शन होते ही ये आग पकड़ सकती हैं और ब्लास्ट भी हो जाती हैं।
दरअसल, घर में मौजूद कुत्ते ने पावर बैंक चबा लिया था, जिससे उसमें से चिंगारी निकली और घर में आग लग गई. इसके अलावा भारत में स्मार्टफोन में आग लगने की भी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें फोन चार्ज होने के कारण शॉर्ट-सर्किट होने या किसी अन्य कारण से फोन में आग लग गई।
पावर बैंक को चार्ज करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि उसकी चार्जिंग क्षमता कितनी है? आपको पावर बैंक के लिए उसकी चार्जिंग क्षमता के अनुसार चार्जिंग एडॉप्टर चुनना चाहिए। आमतौर पर पावर बैंक को चार्ज करने के लिए 10W से 22.5W तक के स्टैंडर्ड चार्जर की जरूरत होती है।
फोन या अन्य डिवाइस को पावर बैंक से चार्ज करने या पावर बैंक को चार्ज करने से पहले दिए गए पोर्ट की जांच कर लेनी चाहिए। आमतौर पर बारिश के मौसम में इनमें नमी रहती है, जिससे शॉर्ट-सर्किट की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में आपको पावर बैंक के पोर्ट को सूखे कपड़े से साफ करना चाहिए।
पावर बैंक में मौजूद लिथियम आयन बैटरी बेहद ज्वलनशील और विस्फोटक होती है। यह भी ध्यान रखें कि पावर बैंक ऊंचाई से न गिरे। ये गिरने से फट भी सकते हैं. इसके अलावा अगर पावर बैंक पुराना है तो उसकी बैटरी बदल लें। लिथियम आयन बैटरियां बहुत पुरानी हो जाने के बाद खतरनाक साबित हो सकती हैं।