भाई दूज आने वाला है. इस बार यह त्योहार 3 नवंबर को मनाया जाएगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भाई दूज का त्योहार हर साल कार्तिक मास की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस बार यह तिथि 2 नवंबर को रात 8.22 बजे से शुरू होगी और 3 नवंबर को रात 10.6 बजे समाप्त होगी।
कार्तिक मास द्वितीया तिथि 2 नवंबर को रात 8:22 बजे शुरू होगी और कार्तिक द्वितीया तिथि 3 नवंबर को रात 10:06 बजे तक रहेगी। ऐसे में जन्मतिथि के अनुसार भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर को मनाया जाएगा. इस दिन सुबह 11 बजकर 39 मिनट तक सौभाग्य योग रहेगा। इसके बाद शोभन योग प्रारंभ हो जाएगा।
मान्यता है कि इस दिन शुभ मुहूर्त में भाई का तिलक करने से उनी आयु बढ़ती है. ज्योतिष विद्वानों के मुताबिक इस दिन अगर 5 विशेष उपाय कर लिए जाएं तो भाई और बहन दोनों के घर सुख-समृद्धि का ऐसा दौर शुरू होता है, जिसमें बस खुशियां ही खुशियां होती हैं.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक भाई दूज वाले बहनें भाई को अपने घर बुलाएं या फिर शाम के वक्त उनके घर जाकर उन्हें तिलक लगाएं. इसके बाद सप्रेम अपने भाई को भोजन ग्रहण करवाना चाहिए. इससे मां यमुना के भाई यमराज प्रसन्न होते हैं और भाई- बहन को अभयदान का आशीर्वाद देते हैं.
भाई दूज पर भाई के तिलक की थाली में सुपारी, सफ़ेद चावल और चांदी का सिक्का जरूर रखें. साथ ही भाई दूज वाले दिन किसी जरूरत को भोजन जरूर करवाएं. ऐसा करने से परिवार में खुशहाली आती है. इस त्योहार पर भाई को तिलक लगाने के बाद उसे सूखा नारियल, मिस्री, सुपारी, काला चना और गिरी भेंट करें.
भाई को तिलक करते समय बहनों को 'गंगा पूजे यमुना को यमी पूजे यमराज को, सुभद्रा पूजा कृष्ण को, गंगा यमुना नीर बहे मेरे भाई की आयु बढ़े' का जाप करना चाहिए. कहते हैं कि ऐसा करने से भाई की उम्र बढ़ती है.