
आजकल युवाओं में अपनी बाइक्स को मॉडिफाई कराने का चलन है। कोई टायर बदलवा रहा है तो कोई लाइटिंग करा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना आपके लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक? अगर आप भी टायर बदलने की सोच रहे हैं तो पहले यहां जानें कि इसका आप पर और आपकी बाइक पर क्या असर होगा।
बाइक मॉडिफिकेशन के दौरान अक्सर बाइक का पिछला पहिया हटा दिया जाता है और उसमें चौड़े टायर का इस्तेमाल किया जाता है। क्या आप जानते हैं बाइक में सामान्य टायर के अलावा कोई और टायर इस्तेमाल करने के क्या फायदे और नुकसान हैं? इस वीडियो में हम आपको इसी से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं.
इब ये बात तो इस पर निर्भर है कि बाइक कितने cc इंजन वाली है, मसलन अगर आपकी बाइक 100cc या 125cc इंजन की है और उसमें आप चौड़ा टायर लगवाते हैं तो उससे बाइक की रोड पर ग्रिप अच्छी तो बनेगी लेकिन इससे बाइक की माइलेज पर असर पड़ता है। क्योंकि चौड़ा और बड़ा टायर वजन में भी ज्यादा होता है।
वैसे आजकल 150cc या इससे अधिक इंजन वाली बाइक में चौड़े और मोटे टायर्स देखने को मिल रहे हैं। वैसे ज्यादातर एक्सपर्ट बाइक में बड़े और चौड़े टायर लगवाने की सलाह नहीं देते क्योंकि बाइक का असली टायर ही उसकी बनावट और माइलेज के हिसाब से सबसे अच्छा होता है।
जानकारी के मुताबिक टायर दो तरह के होते हैं, ट्यूबलेस टायर और ट्यूबलेस टायर। कीमत के मामले में ट्यूबलेस टायर, ट्यूब टायर से महज 300-400 रुपये ही महंगा होता है। आजकल ज्यादातर गाड़ियों में ट्यूबलेस टायर लगाए जाते हैं। ट्यूबलेस टायर सड़क पर बेहतर पकड़ और नियंत्रण प्रदान करते हैं
अगर आप नहीं जानते तो हम आपको बता दें कि भारत में बाइक टायर की कीमत 900 रुपये से शुरू होती है. टायर की कीमतें मौसम के हिसाब से घटती-बढ़ती रहती हैं. टायरों की कीमत में सौदेबाजी की भी काफी गुंजाइश होती है. टायर हमेशा अधिकृत डीलर से खरीदें और वैध बिल अपने साथ रखें।