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Agricultural Machinery: कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए किसान इस तारीख तक करें अप्लाई, जल्दी करें

Agricultural Machinery Subsidy: किसानों को कई तरह के कृषि यंत्रों पर अनुदान देने के लिए हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने योजना शुरू की है. इस योजना के तहत किसानों को पावर टिलर, ब्रीकेट मेकिंग मशीन, मेज व मल्टीक्रॉप प्लांटर समेक कई यंत्रों पर सब्सिडी दी जाएगी.
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Subsidy on Agricultural Machinery: खेती-किसानी में कृषि यंत्रों के आने से किसानों का काम और आसान हुआ है. हालांकि, धीरे-धीरे इन यंत्रों पर निर्भरता इतनी बढ़ गई है कि इसके बिना खेती की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. हालांकि, अधिक कीमतें होने की वजह से ज्यादातर किसान इसकी खरीद नहीं कर पाते हैं.ऐसे में इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें द्वार इन यंत्रों को खरीदने के लिए किसानों को सब्सिडी दी जाती है.

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किसानों को कई तरह के कृषि यंत्रों पर अनुदान देने के लिए हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने योजना शुरू की है. इस याेजना के तहत किसानों को सब्सिडी पर बीटी कॉटन सीड ड्रिल, सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, स्वचालित रीपर-कम-बाइंडर, ट्रैक्टर चालित स्प्रे पंप, डीएसआर, पावर टिलर, ट्रैक्टर चालित रोटरी विडर, ब्रीकेट मेकिंग मशीन, मेज व मल्टीक्रॉप प्लांटर, मेज व मल्टीक्रॉप थ्रेशर तथा न्यूमैटिक प्लांटर पर अनुदान प्रदान किया जाएगा. इन आधुनिक कृषि यंत्रों के इस्तेमाल से किसानों को सुविधा होने के अलावा उनके कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी होने से आय भी बढ़ेगी. इच्छुक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए विभाग की वेबसाइट पर 9 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकता है.  

 

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आवेदन करते समय किसानों को 2.5 लाख रुपये से कम अनुदान वाले कृषि यंत्रों के लिए 2500 रुपये तथा 2.50 लाख या इससे अधिक रुपये के कृषि यंत्रों पर 5 हजार रुपये आवेदन करते समय टोकन मनी के रूप में जमा करवाने होंगे. बता दें किसानों के लिए खेती आसान और उनकी आय दोगुनी करने के लिए सरकार इस तरह की योजनाएं भी लॉन्च करती रही है. हरियाण की तरह उत्तर प्रदेश सरकार भी इसी तरह की योजना के तहत किसानों की मदद कर रही है.

 


Haryana farmer's to get subsidy on Agri Machines

कृषि विशेषज्ञों का सारे किसान इतने सक्षम नहीं है कि वह कृषि यंत्र खरीद सकें. ऐसे में किराए पर इन इन मशीनों का उपयोग खेती में उनकी लागत में इजाफा कर रहा है. लेकिन सरकार के इस तरह के प्रयास से वे खेती-किसानी में अपनी लागत कम कर बढ़िया मुनाफा कमा  सकते हैं.